बड़ी खबर : गुरुग्राम और दिल्ली में टेस्ला के शोरूम खोलने की तैयारी, डोनाल्ड ट्रंप के बाद एलन मस्क भी भारत में बढ़ाएंगे कारोबार

Tricity Today | एलन मस्क और नरेंद्र मोदी



Delhi/Gurugram News : एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला एक बार फिर से भारत में अपने ऑपरेशन को शुरू करने की योजना बना रही है। इस बार टेस्ला नई दिल्ली में अपना शोरूम खोलने की तैयारी कर रही है, और इसके लिए कंपनी रियल एस्टेट सेक्टर की प्रमुख कंपनी डीएलएफ से बातचीत कर रही है। ये संकेत हैं कि कंपनी भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है, जिसे उसने इस साल की शुरुआत में अस्थायी रूप से रोक दिया था। 

टेस्ला के शोरूम के लिए संभावित स्थान
एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला दक्षिण दिल्ली में डीएलएफ के एवेन्यू मॉल, सायबर हब ऑफिस, और गुरुग्राम सिटी के आसपास के रिटेल कॉम्प्लेक्स में अपनी शोरूम के लिए जगह तलाश रही है। इसके लिए कंपनी 3000 से 5000 वर्ग फुट का स्पेस चाहती है, और डिलिवरी व सर्विस ऑपरेशन के लिए इसे तीन गुना बड़े स्थान की भी जरूरत है। हालांकि, एक सूत्र ने यह भी बताया कि यह बातचीत जरूरी नहीं कि डील में तब्दील हो, क्योंकि टेस्ला दूसरी रियल एस्टेट कंपनियों से भी संपर्क कर रही है। टेस्ला और डीएलएफ ने इस मामले पर अभी तक कोई भी सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। 

एलन मस्क की भारत यात्रा और संभावित निवेश
एलन मस्क ने इस साल के अप्रैल में भारत आने की योजना बनाई थी, और उन्होंने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी थी कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के लिए बेहद उत्साहित हैं। हालांकि, कुछ बड़ी जिम्मेदारियों के कारण उन्होंने अपना भारत दौरा स्थगित कर दिया। मस्क ने तब कहा था कि वह भारत आने के लिए इस साल के अंत तक बेहद उत्साहित हैं। इस दौरे में मस्क ने टेस्ला के लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने और सैटेलाइट कम्युनिकेशन के बारे में महत्वपूर्ण घोषणाएं करने का विचार किया था। 

टैक्स को लेकर असमंजस की है स्थिति
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मस्क भारत में 25,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का ऐलान भी कर सकते थे। इसके अलावा, मस्क अपनी कंपनी Starlink के लिए भी भारत में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं, जिसके लिए वह लंबे समय से कोशिशें कर रहे हैं। हालांकि कंपनी के लिए यह भी स्पष्ट नहीं है कि टेस्ला भारत में कारों को 100 प्रतिशत टैक्स रेट पर इंपोर्ट करेगी, या फिर वह नई ईवी पॉलिसी के तहत निवेश करने का विकल्प चुनेगी, जिसमें कुछ इलेक्ट्रिक वाहनों पर 15 प्रतिशत टैक्स है।

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