Google Image | 100 करोड़ से ज्यादा कोविड वैक्सीन डोज देकर देश ने किया कमाल
New Delhi : भारत ने कोरोना वायरस टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) में इतिहास रच दिया है। महज 9 महीने में ही देश में 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड-19 की खुराक दी जा चुकी है। पूरा देश इससे उत्साहित हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली में स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने उनका स्वागत किया। पीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों से बात की। उनका आभार जताया और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि बिना स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग के भारत इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं कर सकता था।
पीएम मोदी की अगुवाई वाली कैबिनेट ने कोरोना वायरस टीकाकरण को लेकर प्रभावी रणनीति बनाई। चरणवार तरीके से इस पर अमल किया गया और इतनी बड़ी सफलता हासिल हुई है। अन्यथा पोलियो टीकाकरण में 20 साल लगे थे। पोलियो जैसी बीमारी को मिटाने के लिए 1994 में टीकाकरण शुरू हुआ था और 2014 तक चलता रहा। जबकि एक अन्य बीमारी टीबी की रोकथाम के लिए 32 साल से टीकाकरण लगातार चल रहा है। टीबी की रोकथाम के लिए 1989 में वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था और यह अब तक बदस्तूर जारी है। ऐसे में महज 9 महीने में 100 करोड़ लोगों को टीके की खुराक देना सरकार की क्षमता का परिचायक है।
बजट आवंटित किया
कैबिनेट ने टीकाकरण में आर्थिक कमी को आड़े आने नहीं दिया। केंद्र सरकार ने सामूहिक टीकाकरण के लिए केंद्रीय बजट में 35000 करोड रुपए आवंटित किए। इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के जरिए 1.70 लाख करोड़, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 2021 के तहत 67,266 करोड़ रुपए, गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 50,000 करोड़ रुपए की मदद दी गई। इसके अलावा सरकार ने 2322.50 करोड़ रुपए की लागत से 1.50 लाख ऑक्सीकेयर सिस्टम खरीदे। 50,000 वेंटीलेटर पीएम केयर्स फंड के तहत खरीदे गए और इन्हें अस्पतालों को वितरित किया गया। इससे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग मिला।
टीकाकरण बढ़ता गया, कोरोना के मरीज घटते गए
जैसे-जैसे देश में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ती गई, कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या घटती गई। इस साल 1 जुलाई से इन आंकड़ों का अध्ययन करें, तो टीकाकरण का महत्व समझ में आता है।
इसी साल 1 जुलाई को देश में कुल 335716019 टीके की डोज दी गई थी। जबकि कोरोना के सक्रिय मामले 523257 बचे थे।
21 जुलाई को देश में 417656752 लोगों को टीके की खुराक दी गई थी। एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 407170 हो गई थी।
21 अगस्त 2021 को देश में कुल टीकाकरण 580857505 हो गया था। उस दिन सक्रिय कोविड-19 मरीजों की संख्या घटकर 361340 हो गई थी।
पिछले महीने 21 सितंबर को देश में कुल 818513877 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई थी। उस दिन में एक्टिव मरीज 309575 रह गए थे।
इस महीने की 1 अक्टूबर को देश में कुल 8902085007 लोगों को टीके की खुराक दी गई थी। एक्टिव मरीजों की संख्या 275224 रह गई थी।
आज 21 अक्टूबर को देश में 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है। जबकि कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 178098 बची हुई है।
कई दिन बने रिकॉर्ड
पिछले 9 महीनों में कई ऐसे दिन आए, जब देश में कोरोना टीकाकरण का रिकॉर्ड बना।
6 अप्रैल को देश में 43 लाख लोगों को टीके की खुराक दी गई।
21 जून 2021 को 80 लाख लोगों को डोज दी गई।
27 अगस्त को वैक्सीनेशन में रिकॉर्ड बना और एक करोड़ नागरिकों को खुराक दी गई।
1 सितंबर 2021 को एक बार फिर 1.33 करोड़ निवासियों को कोविड-19 की डोज दी गई।
17 सितंबर को सारे रिकॉर्ड टूटे और पूरे देश में 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई।
वैक्सीन कंपनियों को मिली मंजूरी
कोरोना वायरस वैक्सीनेशन को रफ्तार देने के लिए केंद्र सरकार ने कई कंपनियों की वैक्सीन को मंजूरी दी। 3 जनवरी 2021 को भारत सरकार ने को-वैक्सीन और कोविशील्ड को टीकाकरण की मंजूरी दी थी। 12 अप्रैल 2021 को स्पूतनिक और 30 जून को एमआरएनए 1273 को मंजूरी दी गई। 7 अगस्त 2021 को जॉनसन एंड जॉनसन को सिंगल डोज वैक्सीन की मंजूरी केंद्र सरकार ने दी थी। 20 अगस्त को ZYCOV-D को अनुमति मिली।
महीनेवार औसत बढ़ता गया
टीकाकरण शुरू होने के बाद अगर महीनेवार औसत निकाला जाए, तो
मई 2021 में 19.72 लाख लोगों को खुराक दी गई।
जून 2021 में 39.03 लाख,
जुलाई 2021 में 41.17 लाख,
अगस्त 2021 में 54.91 लाख
और सितंबर 2021 में 76.945 लाख
लोगों को टीके की खुराक दी गई है। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण ड्राइव चलाया गया है।
दुनिया के देशों से बहुत आगे हैं
कोरोना संक्रमण टीकाकरण में देश ने दुनिया के विकसित देशों को भी पछाड़ दिया है। दुनिया के बड़े देश
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में अब तक 41.01 करोड़ निवासियों
ब्राजील में 26.02 करोड़
जापान में 18.21 करोड़
जर्मनी में 11.12 करोड़
रूस में 9.98 करोड़
फ्रांस में 9.81 करोड़
और ब्रिटेन में 9.53 करोड लोगों को टीके की खुराक दी गई है।
टीकाकरण के मामले में टॉप 5 राज्य
उत्तर प्रदेश - 12,21,40,914
महाराष्ट्र - 9,32,00,708
पश्चिम बंगाल - 6,85,12,932
गुजरात - 6,76,67,900
मध्य प्रदेश - 6,72,24,286
क्रमबद्ध तरीके से चला कोरोना टीकाकरण अभियान
- देश में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स को वैक्सीन दी गई।
- 1 मार्च से टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हुआ। इसमें 60 साल से ज्यादा उम्र वाले और गंभीर बीमारी से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी गई।
- 1 अप्रैल से देश में 45 साल से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी नागरिकों को वैक्सीन देने का ऐलान किया। शुरुआती तौर पर इसे देश के सबसे संक्रमित शहरों से शुरू किया गया था।
- वर्तमान में देश के 63,467 केंद्रों पर वैक्सीन की डोज दी जा रही है। इनमें 61,270 सरकारी और 2,197 प्राइवेट केंद्र हैं।100 Crore Covid-19 Vaccination :
100 करोड़ से ज्यादा कोविड वैक्सीन डोज देकर देश ने किया कमाल, जानें कैसे मिली ये सफलता और अन्य देशों का हाल
New Delhi : भारत ने कोरोना वायरस टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) में इतिहास रच दिया है। महज 9 महीने में ही देश में 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड-19 की खुराक दी जा चुकी है। पूरा देश इससे उत्साहित हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली में स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने उनका स्वागत किया। पीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों से बात की। उनका आभार जताया और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि बिना स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग के भारत इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं कर सकता था।
पीएम मोदी की अगुवाई वाली कैबिनेट ने कोरोना वायरस टीकाकरण को लेकर प्रभावी रणनीति बनाई। चरणवार तरीके से इस पर अमल किया गया और इतनी बड़ी सफलता हासिल हुई है। अन्यथा पोलियो टीकाकरण में 20 साल लगे थे। पोलियो जैसी बीमारी को मिटाने के लिए 1994 में टीकाकरण शुरू हुआ था और 2014 तक चलता रहा। जबकि एक अन्य बीमारी टीबी की रोकथाम के लिए 32 साल से टीकाकरण लगातार चल रहा है। टीबी की रोकथाम के लिए 1989 में वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था और यह अब तक बदस्तूर जारी है। ऐसे में महज 9 महीने में 100 करोड़ लोगों को टीके की खुराक देना सरकार की क्षमता का परिचायक है।
बजट आवंटित किया
कैबिनेट ने टीकाकरण में आर्थिक कमी को आड़े आने नहीं दिया। केंद्र सरकार ने सामूहिक टीकाकरण के लिए केंद्रीय बजट में 35000 करोड रुपए आवंटित किए। इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के जरिए 1.70 लाख करोड़, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 2021 के तहत 67,266 करोड़ रुपए, गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 50,000 करोड़ रुपए की मदद दी गई। इसके अलावा सरकार ने 2322.50 करोड़ रुपए की लागत से 1.50 लाख ऑक्सीकेयर सिस्टम खरीदे। 50,000 वेंटीलेटर पीएम केयर्स फंड के तहत खरीदे गए और इन्हें अस्पतालों को वितरित किया गया। इससे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग मिला।
टीकाकरण बढ़ता गया, कोरोना के मरीज घटते गए
जैसे-जैसे देश में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ती गई, कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या घटती गई। इस साल 1 जुलाई से इन आंकड़ों का अध्ययन करें, तो टीकाकरण का महत्व समझ में आता है।
इसी साल 1 जुलाई को देश में कुल 335716019 टीके की डोज दी गई थी। जबकि कोरोना के सक्रिय मामले 523257 बचे थे।
21 जुलाई को देश में 417656752 लोगों को टीके की खुराक दी गई थी। एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 407170 हो गई थी।
21 अगस्त 2021 को देश में कुल टीकाकरण 580857505 हो गया था। उस दिन सक्रिय कोविड-19 मरीजों की संख्या घटकर 361340 हो गई थी।
पिछले महीने 21 सितंबर को देश में कुल 818513877 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई थी। उस दिन में एक्टिव मरीज 309575 रह गए थे।
इस महीने की 1 अक्टूबर को देश में कुल 8902085007 लोगों को टीके की खुराक दी गई थी। एक्टिव मरीजों की संख्या 275224 रह गई थी।
आज 21 अक्टूबर को देश में 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है। जबकि कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 178098 बची हुई है।
कई दिन बने रिकॉर्ड
पिछले 9 महीनों में कई ऐसे दिन आए, जब देश में कोरोना टीकाकरण का रिकॉर्ड बना।
6 अप्रैल को देश में 43 लाख लोगों को टीके की खुराक दी गई।
21 जून 2021 को 80 लाख लोगों को डोज दी गई।
27 अगस्त को वैक्सीनेशन में रिकॉर्ड बना और एक करोड़ नागरिकों को खुराक दी गई।
1 सितंबर 2021 को एक बार फिर 1.33 करोड़ निवासियों को कोविड-19 की डोज दी गई।
17 सितंबर को सारे रिकॉर्ड टूटे और पूरे देश में 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई।
वैक्सीन कंपनियों को मिली मंजूरी
कोरोना वायरस वैक्सीनेशन को रफ्तार देने के लिए केंद्र सरकार ने कई कंपनियों की वैक्सीन को मंजूरी दी। 3 जनवरी 2021 को भारत सरकार ने को-वैक्सीन और कोविशील्ड को टीकाकरण की मंजूरी दी थी। 12 अप्रैल 2021 को स्पूतनिक और 30 जून को एमआरएनए 1273 को मंजूरी दी गई। 7 अगस्त 2021 को जॉनसन एंड जॉनसन को सिंगल डोज वैक्सीन की मंजूरी केंद्र सरकार ने दी थी। 20 अगस्त को ZYCOV-D को अनुमति मिली।
महीनेवार औसत बढ़ता गया
टीकाकरण शुरू होने के बाद अगर महीनेवार औसत निकाला जाए, तो
मई 2021 में 19.72 लाख लोगों को खुराक दी गई।
जून 2021 में 39.03 लाख,
जुलाई 2021 में 41.17 लाख,
अगस्त 2021 में 54.91 लाख
और सितंबर 2021 में 76.945 लाख
लोगों को टीके की खुराक दी गई है। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण ड्राइव चलाया गया है।
दुनिया के देशों से बहुत आगे हैं
कोरोना संक्रमण टीकाकरण में देश ने दुनिया के विकसित देशों को भी पछाड़ दिया है। दुनिया के बड़े देश
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में अब तक 41.01 करोड़ निवासियों
ब्राजील में 26.02 करोड़
जापान में 18.21 करोड़
जर्मनी में 11.12 करोड़
रूस में 9.98 करोड़
फ्रांस में 9.81 करोड़
और ब्रिटेन में 9.53 करोड लोगों को टीके की खुराक दी गई है।
टीकाकरण के मामले में टॉप 5 राज्य
उत्तर प्रदेश - 12,21,40,914
महाराष्ट्र - 9,32,00,708
पश्चिम बंगाल - 6,85,12,932
गुजरात - 6,76,67,900
मध्य प्रदेश - 6,72,24,286
क्रमबद्ध तरीके से चला कोरोना टीकाकरण अभियान
- देश में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स को वैक्सीन दी गई।
- 1 मार्च से टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हुआ। इसमें 60 साल से ज्यादा उम्र वाले और गंभीर बीमारी से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी गई।
- 1 अप्रैल से देश में 45 साल से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी नागरिकों को वैक्सीन देने का ऐलान किया। शुरुआती तौर पर इसे देश के सबसे संक्रमित शहरों से शुरू किया गया था।
- वर्तमान में देश के 63,467 केंद्रों पर वैक्सीन की डोज दी जा रही है। इनमें 61,270 सरकारी और 2,197 प्राइवेट केंद्र हैं।