बड़ी खबर : दिल्ली के इन 6 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, ईमेल में मिला ऐसा डरावना मैसेज, दहशत में आए हजारों परिवार

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Delhi News : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इस बार ईमेल के जरिए छह प्रतिष्ठित स्कूलों को निशाना बनाया गया है। जिनमें डीपीएस ईस्ट ऑफ कैलाश, सलवान और मॉडर्न स्कूल समेत कई नामचीन स्कूल शामिल हैं। धमकी भरे ईमेल से स्कूल प्रशासन और छात्रों के माता-पिता में हड़कंप मच गया है।  

रात 12:54 बजे भेजा गया ईमेल 
धमकी भरा ईमेल देर रात 12:54 बजे भेजा गया। जिसमें लिखा गया कि स्कूल परिसरों में कई शक्तिशाली बम लगाए गए हैं। ईमेल में दावा किया गया कि इन बमों से इमारतों को नष्ट करने और भारी जनहानि करने की योजना है। साथ ही इसमें बताया गया कि यह गतिविधि एक "गुप्त डार्क वेब समूह" और "लाल कमरों" से जुड़ी है।  

इन स्कूलों को मिली धमकी
  1. भटनागर पब्लिक स्कूल पश्चिम विहार
  2. कैम्ब्रिज स्कूल श्री निवास पूरी
  3. DPS ईस्ट ऑफ कैलाश
  4. साउथ दिल्ली पब्लिक स्कूल डिफेंस कॉलोनी
  5. दिल्ली पुलिस पब्लिक स्कूल सफदरजंग एनक्लेव
  6. वेंकटेश पब्लिक स्कूल रोहिणी
ईमेल में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग और भीड़ का जिक्र
ईमेल में लिखा गया कि आज (13 दिसंबर) और कल (14 दिसंबर) के बीच इन स्कूलों में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग और खेल दिवस जैसी गतिविधियां होनी हैं, जहां छात्रों और अभिभावकों की भारी भीड़ एकत्रित होगी। यह भी दावा किया गया कि स्कूल प्रशासन छात्रों के बैग की जांच नियमित रूप से नहीं करता। जिससे विस्फोटकों को परिसर में लाना आसान हो गया।  

अग्निशमन विभाग और पुलिस अलर्ट
अग्निशमन विभाग ने धमकी मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की। सुबह 4:21 बजे भटनागर इंटरनेशनल स्कूल, 6:23 बजे कैम्ब्रिज स्कूल और 6:35 बजे डीपीएस अमर कॉलोनी के लिए दमकल गाड़ियां भेजी गईं। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रभावित स्कूलों में टीमें भेजी गई हैं और स्कूल परिसरों की गहन जांच की जा रही है।  

छात्रों के साथ अभिभावकों में दहशत
डीपीएस ईस्ट ऑफ कैलाश ने अभिभावकों को तुरंत छुट्टी का संदेश भेजा, जिससे बच्चों को स्कूल न भेजने की सलाह दी गई। अन्य स्कूलों में भी सतर्कता बरती जा रही है। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर क्राइम यूनिट धमकी भरे ईमेल के स्रोत का पता लगाने में लगी है। सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा में कोई चूक न हो।

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