बहुप्रतीक्षित दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) एक अप्रैल से आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। अब दिल्ली (Delhi) से मेरठ (Meerut) की दूरी 2.5 घंटे के बजाय सिर्फ 45 मिनट की रह गई है। मतलब अब दिल्ली से मेरठ पहुंचने में आपको बमुश्किल 1 घंटे खर्च करने होंगे। मशहूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने इस एक्सप्रेसवे के खोले जाने पर खुशी जताई है। ट्वीटर पर बधाई देते हुए लिखा है कि, इससे न सिर्फ देश की जीडीपी में वृद्धि होगी, बल्कि यह भारत को एकता के सूत्र में पिरोएगा। उन्होंने इस एक्सप्रेसवे के आम लोगों के लिए खोले जाने पर प्रसन्नता जाहिर की है।
बताते चलें कि दिल्ली से मेरठ तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा था। एक अप्रैल को इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। इसे बनाने में तकरीबन 8,346 करोड रुपए का खर्च आया है। 1 दिन पहले, गुरुवार 1 अप्रैल को ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने ट्वीट करके इस एक्सप्रेसवे को खोलने की जानकारी दी थी। केंद्रीय मंत्री ने लिखा था, ‘दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। सरकार ने अपना वादा पूरा किया। अब दिल्ली से मेरठ पहुंचने में 2.5 घंटे के बजाय सिर्फ 45 मिनट लगेंगे।’
उनके इस ट्वीट को क़ोट रिट्वीट करते हुए प्रसिद्ध बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने भी इस एक्सप्रेसेव के खोले जाने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि, ‘2.5 घंटे के बजाय सिर्फ 45 मिनट। जब मैं छोटा था तो इस मार्ग से आना-जाना रहता था। तब यह उखड़ी और धूल भरी सड़क थी। हमने एक देश के रूप में बेहद खराब यातायात झेला है। लेकिन इस तरह के एक्सप्रेसवे से न सिर्फ देश के तरक्की की राह खुलेगी और जीडीपी (GDP) में बढ़ोत्तरी होगी, बल्कि यह देश को एकता के सूत्र में भी पिरोएगी।’ बताते चलें की महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ट्वीटर पर बेहद एक्टिव रहते हैं। हर अच्छे काम की तारीफ करते हैं और जुड़े लोगों का हौसला बढ़ाते रहते हैं।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के बारे में कुछ रोचक तथ्य
कुल 8,346 करोड़ रुपये की लागते से बना है। एक्सप्रेसवे (Expressway) की कुल लंबाई 60 किमी है।
राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) की लंबाई 22 किमी है। पहले और तीसरे चरण का मार्ग पहले ही लोगों के लिए खोल दिया गया था।
एक अप्रैल से दूसरे और चौथे चरण का मार्ग खोला गया। आरओबी में तकनीकी कारणों की वजह से फिलहाल चौड़ीकरण के कार्य में रूकावट है।
24 छोटे व बड़े पुल, 10 फ्लाईओवर, तीन रेलवे पुल, 95 अंडरपास, 15 भूमिगत पैदल पार पथ और 12 ऊपरगामी पैदल पार पथ हैं।
एक्सप्रेसवे पर लाइटिंग के लिए 4,500 से ज्यादा लाइट्स लगाई गई हैं।
पहले व दूसरे खंड में ढाई मीटर चौड़ा साइकिल कॉरिडोर बनाया गया है।
इस पर 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ बनाया गया है।
जगह जगह पर मौसम, यातायात और एक्सप्रेसवे से जुड़ी अन्य जानकारियां यात्रियों को दी जाएंगी।
ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर तकनीक पहली बार देश में इस एक्सप्रेसवे पर लागू की गई है।
सराय काले खां, अक्षरधाम मंदिर, इंदिरापुरम, डूंडाहेड़ा, डासना, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे और भोजपुर में प्रवेश द्वार बनाया गया है।
भोजपुर, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, डासना, डूंडाहेड़ा, नोएडा और सराय काले खां में निकास की सुविधा दी गई है।