गाजियाबाद की बड़ी खबर : शिप्रा मॉल की नीलामी में बड़ा खेल, इंडिया बुल्स ने सरकार को लगाई करोड़ों की चपत

गाजियाबाद | 10 महीना पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | शिप्रा मॉल



गाजियाबाद। शिप्रा मॉल के नीलामी में बड़ा खेल उजागर हुआ है। इसमें इंडिया बुल्स फाइनेंस कंपनी पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है। इसमें सरकार को भी राजस्व का चूना लगाया है। इस बाबत कविनगर थाने में धोखाधड़ी और साजिश रचने की FIR दर्ज कराई गई। 

एफआईआर में जिम्मेदारों के नाम नहीं
जानकारी के मुताबिक, शिप्रा एस्टेट के मालिक मोहित सिंह ने शिप्रा मॉल को नीलाम करने का जिम्मा इंडिया बुल्स फाइनेंस कंपनी को दिया था। जिस भूमि पर शिप्रा मॉल बना है, उसकी कीमत अनुमानित 2000 करोड़ रुपये आंकी गई थीं, लेकिन नीलामी में उतने रुपये नहीं मिले। आरोप है कि इंडिया बुल्स ने साठगांठ कर हिमरी एस्टेट को सिर्फ 551 करोड़ रुपये में नीलाम कर दिया। इससे सरकार को भी राजस्व का भारी नुकसान हुआ है। बावजूद इसके इंडिया बुल्स की रीना बग्गा, सुमित नरवर का नाम एफआईआर में नहीं है।  

शिप्रा एस्टेट के मालिक ने की थी सीएम से शिकायत
शिप्रा मॉल की नीलामी में बाजार मूल्य के हिसाब से दाम न मिलने पर शिप्रा एस्टेट के मालिक मोहित सिंह भी अचरज में पड़ गए। इस नीलामी में उन्हें तो भारी नुकसान हुआ ही, सरकार को भी करोड़ों के राजस्व का चूना लगा। बताया जा रहा है कि मोहित सिंह ने इस बात की शिकायत यूपी के सीएम योगी ​आदित्यनाथ से की थी।

एफआईआर के बावजूद किसी की गिरफ्तारी नहीं
इस मॉल की नीलामी करने वाले इंडिया बुल्स और नीलामी में इस संपत्ति को खरीदने वाले हिमरी एस्टेट के CEO परविंदर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन दिलचस्प है कि FIR में इंडिया बुल्स की रीना बग्गा और सुमित नरवर का नाम नहीं है। बताया जाता है कि इस नीलामी की जिम्मेदारी कंपनी की तरफ से इन्हीं दोनों लोगों को सौंपी गई थी। इस मामले में धोखाधड़ी और साजिश रचने की एफआईआर तो दर्ज हो गई है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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