Ghaziabad News : डासना जिला कारागार में कैदी की मौत की सनसनीखेज खबर है। सोमवार शाम को जेल में बंद 42 वर्षीय इमरान की तबियत खराब हुई थी, उसके बाद जेल प्रशासन ने इमरान को संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय भिजवाया। जहां डॉक्टरों ने इमरान को मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि हत्या के प्रसास के मामले में उसे 24 जुलाई को सजा हुई थी। सजा का फैसला हापुड़ की अदालत ने सुनाया था।
मामले में मृतक के पिता भी हैं जेल में
हत्या के प्रयास के जिस मामले में छह दिन पहले इमरान के खिलाफ दोष सिद्ध होने के बाद अदालत ने उसे सजा सुनाई थी, उस मामले में इमरान के पिता समेत कुल चार लोगों को दोष सिद्ध होने के बाद सजा सुनाई गई थी। इनमें इमरान, उसके पिता अब्दुल खालिद, इरशाद और खुर्शीद शामिल थे। जेल से मिली जानकारी के मुताबिक इमरान ने सोमवार की शाम सीने में दर्द की शिकायत की थ।
शाम 6.20 पर अस्पताल पहुंचा था इमरान, सात बजे मौत
डासना जिला कारागार से 42 वर्षीय इमरान पुत्र अब्दुल खालिद को सोमवार शाम छह बजकर, 20 मिनट पर संयुक्त जिला अस्पताल संजयनगर पहुंचाया गया था। सीने में दर्द की शिकायत पर अस्पताल पहुंचे इमरान की डाक्टरों ने जांच के साथ ही उपचार शुरू कर दिया था। करीब सात बजे इमरान ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
2013 के मामले में हुई थी सजा
इमरान, उसके पिता अब्दुल खालिद, इरशाद और खुर्शीद ने 17 दिसंबर, 2013 को हापुड़ के पुराना बाजार में जूस विक्रेता रिजवान पर जानलेवा हमला कर दिया था। करीब 11 साल मुकदमा चलने के बाद हापुड़ कोर्ट ने चारों को हत्या के मामले में दोषी पाने के बाद छह वर्ष की सजा सुनाई थी।
जेल अधीक्षक ने क्या कहा
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि सीने में दर्द की शिकायत पर इमरान का संयुक्त जिला अस्पताल भेजा गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के हवाले किया जाएगा। मामले की मजिस्ट्रियल जांच भी कराई जाएगी।