दिल्ली- गाजियाबाद- मेरठ RRTS कॉरिडोर : PTC इंडिया से मिलेगी किफायती बिजली, रैपिड रेल के लिए NCRTC ने किया MOU

Tricity Today | एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान कॉपी प्रदर्शित करने NCRTC और PTC के अधिकारी।



Ghaziabad News : आपके लिए शायद यह बात चौंकाने वाली हो कि नमो भारत ट्रेन के संचालन का 35 प्रतिशत बिजली पर खर्च होता है। एनसीआरटीसी  ने इस खर्च को कम करने के लिए सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करने की व्यवस्था की है। इसके साथ ही एनसीआरटीसी  ने पावर ट्रेडिंग कार्पोरेशन (PTC) इंडिया के साथ पावर एक्सचेंज के माध्यम से ग्रीन एनर्जी समेत किफायती बिजली खरीदने के लिए एमओयू  ( मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग) साइन किया है।

MOU से कम होगा बिजली पर खर्च
PTC के साथ हुए एमओयू से एनसीआरटीसी  को गाजियाबाद, मुरादनगर, मोदीपुरम और शताब्दी नगर स्थित अपने रिसीविंग सबस्टेशनों (RSS) के साथ-साथ दिल्ली में सराय काले खां में पावर एक्सचेंजों के माध्यम से अपनी बिजली की आवश्यकता को पूरा करने में सहयोग मिलेगा। इस एमओयू  का लक्ष्य RRTS की बिजली लागत को कम करना है। एनसीआरटीसी  के एमडी शलभ गोयल और पीटीसी के सीएमडी मनोज झावर की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

पावर एक्सचेंज से सुनिश्चित होगी ससटेनबिलिटी
एमओयू के तहत, एनसीआरटीसी को न केवल आरआरटीएस के लिए सस्ती बिजली मिलेगी, बल्कि एनसीआरटीसी की ससटेनबिलिटी को भी सुनिश्चित करेगा। मतलब एनसीआरटीसी को सौर उर्जा से उत्पन्न के बिजली के बदले पीटीसी से बिजली प्राप्त होगी। वर्तमान में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को चरणबद्ध तरीके से संचालित किया जा रहा है। फिलहाल साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक नमो भारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। जून- 2025 तक दिल्ली- गाजियाबाद - मेरठ कॉरिडोर को पूरी तरह संचालित करने का लक्ष्य है।

ऊर्जा प्रबंधन से मिलेगी सस्ती बिजली
एनसीआरटीसी वर्तमान में डिस्कॉम से बिजली प्राप्त कर रहा है। बिजली एक्सचेंज के माध्यम से लागत को कम करने के प्रयासों के क्रम में पीटीसी के साथ एमओयू किया गया है। पीटीसी इंडिया, बिजली एक्सचेंज व्यवसाय में व्यापक अनुभव के साथ इस प्रयास में एनसीआरटीसी की सहायता करेगा, जिससे एक विश्वसनीय और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए लागत को कम करने में मदद मिलेगी। पीटीसी ने पहले भी विभिन्न संगठनों को इसी तरह की ऊर्जा प्रबंधन सेवाएं प्रदान की हैं।

व्यापारिक भागीदार के रूप में काम करेगी PTC
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने कहा, "आरआरटीएस जैसी बड़ी लागत वाली परियोजना को लंबे समय तक चलाने के सस्टेनेबल होना जरूरी है। पीटीसी इंडिया के साथ साझेदारी करके हम अपनी बिजली की जरूरत का प्रबंधन करेंगे। उन्होंने कह‌ा कि एनसीआरटीसी अभिनव और सस्टेनेबल समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है। पीटीसी इंडिया एनसीआरटीसी के व्यापारिक भागीदार के रूप में काम करेगा, बिजली खरीद की सुविधा के साथ ही ऊर्जा की जरूरतों का प्रबंधन करेगा।

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