Ghaziabad News : जीडीए को कुछ लोग 255 करोड़ रुपये का चूना लगाकर भाग गए हैं। दरअसल, पिछली कई योजनाओं में ड्रॉ के द्वारा निकाली गई प्रॉपर्टियों के लाभार्थी गायब हो गए हैं। अब जीडीए के अधिकारियों को ऐसे लाभार्थियों को ढूंढने के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है। कुछ लाभार्थी ड्रॉ में निकली प्रॉपर्टी को बेचकर भाग गए हैं। जबकि अब वे अपने मूल पते पर भी नहीं रहते हैं। जिसके बाद जीडीए के अधिकारियों के ऐसे आवंटियों की तलाश कर उन्हें नोटिस देने के आदेश दिए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
जीडीए द्वारा ड्रा के जरिए कई योजनाएं पूर्व में निकाली गई थीं। इन योजना के लाभार्थियों में कुछ ऐसे भी हैं, जिन लोगों ने कुछ किश्त जमा करने के बाद किश्त भरनी बंद कर दी। साथ ही ड्रॉ में निकली प्रॉपर्टी भी बेचकर चले गए। ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए जीडीए के वीसी आरके सिंह की तरफ से पैसा वसूलने या प्रॉपर्टी पर कब्जा वापस लेने के लिए जीडीए के प्रॉपर्टी विभाग को सख्त निर्देश दिए गए हैं। अब जीडीए के अधिकारी नोटिस देने के लिए प्रॉपर्टी के मूल मालिक को ढूंढ रहे हैं। जबकि कुछ लाभार्थियों ने अपनी संपत्ति किसी दूसरे को बेच दी है और अब वह वहां नहीं रहते हैं। जबकि जीडीए को दिए पते पर भी लाभार्थी नहीं मिल रहे हैं।
नियमों में बदलाव पर विचार
जीडीए ऐसी संपत्ति को किसी दूसरे को न बेच सकता है और न ही उस पर कब्जा ले सकता है। जब तक कि जीडीए द्वारा प्रॉपर्टी के लाभार्थी को ढूंढकर तीन नोटिस नहीं दे देता। जीडीए वीसी आरके सिंह का कहना है कि इस दिशा में कोई दूसरा कदम उठाना होगा। जीडीए को नियमों में कुछ सख्ती करनी होगी, जिससे ऐसी ठगी से बचा जा सके।