Ghaziabad News : 'जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय', यह कहावत गाजियाबाद में एक बार फिर उस समय चरितार्थ होती दिखी जब 10 माह का बच्चा दूसरी मंजिल से गिरा और उस खरोंच तक नहीं आई। घटना गुरुवार शाम वैशाली स्थित महागुन मॉल में हुई। बच्चे के नीचे गिरते ही मॉल में अफरा- तफरी और चीख पुकार मच गई। सब बच्चे की ओर दौड़े। बुरी तरह से सहम गए बच्चे के माता- पिता उसे नजदीकी अस्पताल में ले गए। डाक्टर्स ने बच्चे का परीक्षण किया और स्वस्थ बताते हुए उसे घर भेज दिया। किसी ने इस घटना को वंडर कहा तो किसी ने अजूबा बोला। कोई बोल गया कि जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय।
मां की गोद से छिटका था मासूम
दरअसल यह मासूम अपनी मां की गोद में था, दूसरी मंजिल से मां जैसे ही एस्केलेटर पर सवार हुई, बच्चा मां की गोद से छिटककर नीचे जा गिरा। मां की तो मानों जान ही निकल गई। चारों ओर चीख पुकार और अफरा- तफरी के बीच बच्चे को उठाया गया। गनीमत रही कि बच्चा भूतल पर बने क्योस्क पर जाकर गिरा और उसे चोट नहीं लगी। फिर भी परिजन उसे लेकर अस्पताल की ओर दौड़े, जब डाक्टरों ने परीक्षण कर उसे ठीक बताया तब जान में जान आई।
अभय खंड का रहने वाला है परिवार
इंदिरापुरम के अभय खंड में आनंद सिंह परिवार के साथ रहते हैं। उनके दो बच्चे हैं 10 माह का बेटा और चार साल की बेटी। गुरुवार को आनंद सिंह की बेटी का जन्मदिन था। बच्ची को शॉपिंग कराने वह पत्नी और दोनों बच्चों को साथ लेकर वैशाली के महागुन मॉल पहुंचे थे। छोटा 10 माह का बच्चा मां की गोद में था और साथ में चार साल की बेटी। शॉपिंग के लिए परिवार दूसरी मंजिल पर पहुंच गया। तीसरी मंजिल पर जाने के लिए जैसे ही महिला एस्केलेटर पर चढ़ी, गोद से बच्चा छिटक कर नीचे जा गिरा।
थोड़ा आगे निकल गए थे आनंद
दरअसल आनंद थोड़ा आगे थे, उनकी पत्नी अकेले दोनों बच्चों को संभाल रही थीं, बेटी ने हाथ मां का हाथ छुड़ाकर दूसरी ओर से जाने का प्रयास किया तो मां डिस्टर्ब होई और बच्चा छिटक कर नीचे जा गिरा। गनीमत रही कि बच्चा भूतल पर स्थित कियोस्क के ऊपर जाकर गिरा और हार्ड टॉप पर गिरने से बच गया। कपड़े के क्योस्क पर गिरने से उसे चोट नहीं लगी। आनंद और उनकी पत्नी भी तुरंत भागकर नीचे पहुंचे और बच्चे को पास के निजी अस्पताल ले गए। अस्पताल में प्राथमिक जांच में बच्चे को कोई बाहरी चोट नहीं मिली। बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित था। परीक्षण के बाद बच्चे को घर भेज दिया गया।