Greater Noida West : नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सुपरटेक बिल्डर के प्रोजेक्ट से घर खरीदार परेशान है। यहां के निवासी शनिवार और रविवार को सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं। इसी क्रम में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में एक अहम सुनवाई हुई, जिसमें इको विलेज-2 के घर खरीदारों ने अपनी चिंताएं रखीं। आरोप है कि सुपरटेक बिल्डर ने 617 करोड़ का गबन किया है। यह पैसा इको विलेज-2 को पूरा करने के लिए था। बिल्डर की लापरवाही के कारण घर खरीदारों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है।
डूबने के कगार पर प्रोजेक्ट
इको विलेज-2 के वकील ने बताया कि यह प्रोजेक्ट डूबने के कगार पर है। खरीदारों की तरफ से इको विलेज 2 वेलफेयर एसोसिएशन लगातार सुपरटेक से जवाब मांग रही है। मुख्य वकील एमएल लाहोटी ने कहा कि हमने अच्छे तर्क दिए हैं। अब देखते हैं सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला देता है। इस केस की अगली सुनवाई 21 अक्टूबर को एनसीएलएटी में होगी। वहां सुपरटेक की आर्थिक हालत और पैसों के गबन पर बात होगी।
एनबीसीसी के लिए जुटाया समर्थन
इको विलेज 2 वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष मोहन लाल ने बताया कि केके कालरा (सचिव), लता (उपाध्यक्ष), आरब सिंह (संयुक्त सचिव), प्रमुख सदस्य मनोज वर्मा, योगेश शर्मा, राकेश कुमार, अशोक कुमार (कोषाध्यक्ष) और निगरानी समिति ने एनबीसीसी के लिए समर्थन जुटाया है। सभी ने तीन हजार से ज्यादा लोगों से बात की है। यह लोग चाहते हैं कि एनबीसीसी इस प्रोजेक्ट को पूरा करे। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री मोदी से भी एनबीसीसी की मदद मांगी है। एनबीसीसी ने कोर्ट में एक रिपोर्ट दी है, जिससे खरीदारों को उम्मीद मिली है।
एनबीसीसी पर भरोसा : एसोसिएशन
सुप्रीम कोर्ट के वकील मुख्य वकील एमएल लाहोटी ने बताया कि खरीदारों ने बहुत दुख झेला है। अब जवाब देने का वक्त आ गया है। यकीन है कि सिर्फ एनबीसीसी ही इस प्रोजेक्ट को पूरा कर सकती है। अब सभी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। एसोसिएशन का कहना साफ है कि सुपरटेक ने धोखा दिया है, अब सिर्फ एनबीसीसी पर भरोसा है कि वो सभी जरूरी कागजों के साथ घर पूरे करेगी।