Greater Noida West : एक बार फिर नोएडा को ग्रेटर नोएडा वेस्ट जोड़ने वाली मेट्रो लाइन प्रोजेक्ट की अटकलें शुरू हो गई है। भले ही मेट्रो चलाने के लिए केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी हो, लेकिन अभी कैबिनेट में मामला अटका हुआ है। कैबिनेट नोट को पीएमओ ने मंजूरी दे दी थी, लेकिन कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को आने में अभी समय लग रहा है। जिसकी वजह से इस प्रोजेक्ट की अटकलें और भी ज्यादा बढ़ गई है।
इसलिए हो रही देरी
जानकारी के मुताबिक भारत सरकार के आवासीय व शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से डीएमआरसी और एनएमआरसी को ब्लू लाइन में एक्वा लाइन को आपस में जोड़ने के लिए विकल्प तलाशने के लिए निर्देशित किया गया था। इसका अब जवाब आने में देरी हो रही है। जवाब आने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 4 महीने पहले भी केंद्र सरकार ने इसी मुद्दे पर डीएमआरसी और एनएमआसी से जवाब मांगा गया था। इसके अलावा मंत्रालय की एक टीम ने मौके पर आकर स्थिति भी देखी थी। उस समय एनएमआरसी की ओर भेजी गई रिपोर्ट में साफ तौर पर बता दिया था कि दोनों लाइनों को जोड़ने के लिए मौके पर नया मेट्रो स्टेशन बनाया जाना संभव नहीं है। जवाब जाने के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि अब कैबिनेट से मंजूरी मिलने में कोई अटकाव नहीं है, लेकिन अब एक बार फिर केंद्र सरकार से पत्र आने के बाद मामला अटक गया है। ऐसे में अब कैबिनेट से मंजूरी मिलने में वक्त लग सकता है।'
क्या है पूरा प्रोजेक्ट
आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट के मुताबिक नोएडा सेक्टर-71 से होकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो जानी है। इसमें 9 स्टेशन बनाए जाने हैं। पहले चरण में सेक्टर-2 तक मेट्रो जाएगी। इसमें 5 स्टेशन होंगे, जिनमें नोएडा क्षेत्र में सेक्टर-122, सेक्टर-123, ग्रेटर नोएडा वेस्ट का सेक्टर-4 , ईकोटेक-12 और सेक्टर-2 में स्टेशन बनाए जाएंगे। इस कॉरिडोर की लंबाई 9.605 किलोमीटर होगी। सेक्टर-71 से दो मेट्रो लाइन निकल रही हैं। पहले नोएडा-दिल्ली को जोड़ने वाली ब्लू लाइन है। इसका नजदीकी स्टेशन सेक्टर-52 है और दूसरी नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली एक्वा लाइन है। इसका नजदीकी स्टेशन सेक्टर-51 है। इन्हीं के पास से ग्रेनो वेस्ट की नई मेट्रो लाइन जानी है। सेक्टर-51 और 52 मेट्रो स्टेशन आपस में जुड़े नहीं हैं। अब इनको जोड़ने के लिए नोएडा प्राधिकरण एफओबी या स्काईवॉक बनवा रहा है।