समस्याओं का शहर ग्रेटर नोएडा वेस्ट : इस पॉश सोसाइटी में लिफ्ट के बाद होम डिलीवरी पर भी रोक, 96 परिवारों को मिली चेतावनी

Tricity Today | Greater Noida West



Greater Noida West : शहर में स्थित पंचशील ग्रीन्स-1 की एओए ने एक और बड़ा फरमान सुना दिया है। पहले लिफ्ट पर रोक और अब होम डिलीवरी पर रोक लगाने की चेतावनी दी है। दरअसल, यह चेतावनी सोसाइटी में रहने वाले 96 परिवारों के लिए है। क्योंकि उन्होंने मेंटेनेंस चार्ज जमा नहीं किया है। आईये जानते है कि पूरा मामला क्या है।

निवासियों के पैसे से होता है सोसाइटी का मेंटेनेंस
दरअसल, सभी हाउसिंग सोसाइटी में निवासी मेंटेनेंस चार्ज देते हैं। इस मेंटेनेंस चार्ज से सोसाइटी की कमियों को दूर किया जाता है। जैसे अगर लिफ्ट में दिक्कत आ जाती है तो इन पैसों से लिफ्ट की समस्या दूर होती है। कुल मिलाकर सोसाइटी का मेंटेनेंस करने के लिए निवासियों से रख-रखाव शुल्क लिया जाता है और यह अनिवार्य भी है। यह एओए तब लेता है, जब सोसाइटी में एओए का गठन हुआ हो और उसके पास सोसाइटी के मेंटेनेंस करने की शक्तियां हो।

गेट से आगे नहीं बढ़ेगा डिलीवरी बॉय
अब पंचशील ग्रींन्स-1 सोसाइटी की एओए ने मेंटेनेंस चार्ज न देने वाले वाले परिवारों को सामान की होम डिलीवरी पर रोक लगाने की चेतावनी दी है। उनको सोसाइटी के गेट से ही डिलीवरी लेनी होगी। साथ ही, अन्य सुविधाओं को बंद करने की भी चेतावनी दी गई है।

कई बार निवासियों को नोटिस जारी किया
पंचशील ग्रीन-1 हाउसिंग सोसाइटी में करीब 2000 परिवार रहते हैं। इनमें से 96 ऐसे परिवार है, जिन्होंने पिछले 2 सालों से मेंटेनेंस शुल्क जमा नहीं किया है। कई बार एओए की तरफ से इन 96 परिवारों को नोटिस भेजा गया और पैसे मांगे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। पिछले दिनों भी इन लोगों से पैसे को लेकर नोटिस भेजा गया था, लेकिन निवासियों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। अब ऐसे में एओए ने बकाया पैसा वसूलने के लिए एक बड़ा फरमान जारी किया है। 

96 परिवार पर 34 लाख रुपए बकाया
फरमान जारी करते हुए एओए कहा है कि जिन लोगों का मेंटेनेंस चार्ज जमा नहीं हुआ है। उनको लिफ्ट का इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगाई गई है। जब वह मेंटेनेंस चार्ज जमा कर देंगे तो आराम से लिफ्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। उसके बाद कोई रोक-टोक नहीं होगी। बताया जा रहा है कि इन 96 परिवार पर 34 लाख रुपए का मेंटेनेंस शुल्क बकाया है। जिसकी वजह से सोसाइटी में काफी सारे काम पेंडिंग में पड़े हुए हैं।

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