Greater Noida News : इस स्टोरी को हम ग्रेटर नोएडा वेस्ट वालों के लिए खुशखबरी भी कह सकते हैं। क्योंकि इस अन्नपूर्णा गर्ग ने एसीईओ का पद संभाल लिया है और वह ग्रेटर नोएडा वेस्ट वालों की ही समस्याओं का समाधान करेगी। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के टेकजोन-4 स्थित प्राधिकरण कार्यालय में एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग खुद बैठेंगी। उन्होंने मंगलवार 31 अक्तूबर से इसकी शुरुआत कर दी है। एसीईओ ने पहले दिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं का निस्तारण किया।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 7 नवंबर तक बैठेंगी
प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग 7 नवंबर तक नियमित तौर पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट वाले दफ्तर में बैठेंगी। उसके बाद हर मंगलवार और बृहस्पतिवार को सुबह 10.30 बजे से इस दफ्तर में जन शिकायतों को सुनेंगी व उनका निस्तारण करेंगी। दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी काफी समय से किसी बड़े अफसर को टेकजोन-4 स्थित प्राधिकरण कार्यालय में बैठाने की मांग कर रहे थे। इसे देखते हुए सीईओ के निर्देश पर एसीईओ ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के दफ्तर में बैठना शुरू किया।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सबसे ज्यादा समस्याएं
प्राधिकरण का मानना है कि इस पहल से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। निवासियों को अब नॉलेज पार्क फोर स्थित प्राधिकरण के दफ्तर नहीं आना पड़ेगा। साथ ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट से जुड़ी शिकायतों के त्वरित निस्तारण में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब 200 बिल्डर सोसाइटियां बन रही हैं। सेक्टर और गांव के निवासी इससे अलग हैं। यहां आबादी तेजी से बढ़ी है। आने वाले दिनों में यहां आबादी और बढ़ेगी। इसलिए निवासियों की सुविधा को देखते हुए प्राधिकरण ने इस ऑफिस का निर्माण कराया है, जिसे पूर्व में शुरू किया जा चुका है।
कौन हैं अन्नपूर्णा गर्ग
अन्नपूर्णा गर्ग हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाली हैं। अन्नपूर्णा ने 10वीं गीता कान्वेंट स्कूल से और 12वीं एमवीएन सेक्टर-17 से पास की। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। अन्नपूर्णा गर्ग के पिता राजेंद्र गर्ग बिजनेसमैन हैं, जबकि मां मीना गर्ग हाउस वाइफ हैं। अन्नपूर्णा गर्ग ने सिविल सेवा परीक्षा-2015 में 68वीं रैंकिंग हासिल की थी। उन्होंने तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली थी। वह वर्ष 2016 बैच की आईएएस अधिकारी है। इससे पहले अन्नपूर्णा गर्ग ने बागपत, बलिया, कुशीनगर और लखनऊ में कार्य किया हैं। अब वह ग्रेटर नोएडा की एसीईओ बनकर आई हैं।