Greater Noida West : आम्रपाली लेजर पार्क सोसाइटी में सोमवार की देर रात को बिजली कटने के बाद निवासियों ने एओए से कारण पूछा। जिस पर एओए ने बताया कि एनपीसीएल की तरफ से लाइट काटी गई है। इस पर निवासी शांत हो गए, लेकिन बाद में पता चला कि एनपीसीएल के तरफ से तो लाइट आ गई है और सोसाइटी के मेन लाइन की फ्यूज उड़ गया। जिसकी वजह से निवासियों के सब्र की सीमा टूट गई। उन लोगों ने एओए पर जमकर निशाना साधा और खूब हंगामा किया।
सोसाइटी में सब परेशान
निवासियों ने बताया कि एओए की तरफ से झूठ बोला गया था। लोगों का कहना है कि झूठे दावों के साथ एओए कार्यकारिणी बनाई गई है। वादे 3 महीने पुराने हो गए हैं, लेकिन उनका पूरा नहीं किया गया। उल्टा जब सर्विस की मांग की जाती है तो मुकदमे की धमकी देकर चुप करवाने का प्रयास किया जाता है। आने वाले समय में गर्मी और भी ज्यादा बढ़ने वाली है, लेकिन एओए के पास बैकअप की सुविधा नहीं है। बुजुर्ग और बच्चे समेत महिलाएं परेशान है।
पुलिस चौकी इंचार्ज का रवैया ठीक नहीं
भीषण गर्मी में भी कोई समाधान नहीं होने वाला है। इस मामले में शिकायत नजदीकी पुलिस चौकी में की गई, लेकिन पुलिस चौकी इंचार्ज का रवैया ठीक नहीं है। पुलिस के द्वारा उल्टा निवासियों को धमकाया जाता है। देर रात को करीब 1:30 बजे सोसाइटी के अंदर लाइट आई और उसके बाद निवासियों ने राहत की सांस ली।
कोर्ट रिसीवर को निवासियों ने घेरा
निवासियों का कहना है कि आखिर सुप्रीम कोर्ट मॉनिटरिंग प्रोजेक्ट में इस तरह की घटना घट रही है और कोर्ट रिसीवर को इन सब चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता है तो फिर आखिर वह किस बात के कोर्ट रिसीवर हैं? क्या सोसाइटी की समस्याओं का निदान करवाना कोर्ट रिसीवर की जिम्मेदारी नहीं है? अटॉर्नी जनरल बन जाने के बाद अगर उनसे यह दायित्व नहीं संभल रहा है तो वह नए कोर्ट रिसीवर की नियुक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट को क्यों नहीं बोल रहे?