Greater Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बिक रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पिछले 8 महीने की जांच में 53 प्रतिशत नमूने मानकों पर फेल हो गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने 1 अप्रैल से 30 नवंबर तक 1600 से अधिक दुकानों और भंडारों का निरीक्षण किया था। इस दौरान 390 से अधिक खाद्य नमूने लिए गए थे। जिनमें से 289 नमूनों की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें से 94 नमूने सबस्टैंडर्ड पाए गए, जबकि 44 को अनसेफ करार दिया गया।
पनीर में पाई गई सबसे अधिक मिलावट
नोएडा ग्रेनो में खाद्य पदार्थों में मिलावट का मामला और भी गंभीर हो गया है। खासतौर से पनीर, घी और मिठाइयों में। पनीर के 60 से अधिक नमूनों में से 42 की जांच रिपोर्ट में 16 नमूने सबस्टैंडर्ड और 18 अनसेफ पाए गए। इन नमूनों में फैट की कमी और पौम ऑयल का इस्तेमाल पाया गया है। वहीं दूध में भी गुणवत्ता की कमी देखने को मिली है। दूध के 30 से अधिक नमूनों में से 13 नमूने मानकों पर खरे नहीं उतर सके, जबकि एक नमूना अनसेफ था। विभाग ने इस मिलावट को गंभीरता से लिया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
दूध, घी और मिठाइयों में मिलावट
घी और दूध से बनी मिठाइयों में भी मिलावट की शिकायतें सामने आई हैं। घी के 16 नमूनों में से 9 की रिपोर्ट आ चुकी है। जिनमें से 5 नमूने अनसेफ पाए गए। इन नमूनों में घी का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। वहीं मिठाइयों के 20 नमूनों में से 17 की रिपोर्ट में 5 नमूने मानकों पर फेल और 5 अनसेफ पाए गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने इन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए मिलावटी खाद्य पदार्थों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है और उपभोक्ताओं से सतर्क रहने का आग्रह किया है।