Greater Noida News : जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) को लेकर बड़ा अपडेट है। सीईओ अरुणवीर सिंह (CEO Arunveer Singh) ने इस एयरपोर्ट को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। आज मंगलवार को एयरपोर्ट का रनवे बनकर तैयार हो गया है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सितंबर तक एयरपोर्ट का काम पूरा हो जायेगा। वहीं, अक्टूबर तक हवाईअड्डे से उड़ान सेवाएं शुरू हो जाएंगी।
डॉ अरुणवीर सिंह ने दी जानकारी
डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अपॉइंटेड रेट है वह 1095 दिन का था। 1 अक्टूबर को उसका एग्रीमेंट साइन हुआ था। उस हिसाब से 29 सितंबर 2024 अपॉइंटेड रेट खत्म हो जाएगा। उसके अगले दिन से एयरपोर्ट शुरू हो जाना चाहिए। वहां पर सारे इक्विपमेंट लग रहे हैं कैलिब्रेशनभी हो रहा है। कैलिब्रेशन का एक वीडियो वीडियो आपने देखा होगा। रनवे भी पूरा हो गया है केवल अंतिम 5 मीटर रनवे में बचा हुआ था वह भी आज पूरा हो गया है। शाम को इसकी खुशी में एक छोटा सा फंक्शन भी कर रहे हैं। सब चीज समय पर चल रही है। कुछ रडार का काम चल रहा है जो की 20 जून तक लगेंगे। उसके बाद इसका ट्रायल शुरू हो जाएगा। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 1 अक्टूबर से एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा।
15 जून तक इंटरचेंज का काम पूरा होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अक्टूबर 2024 में उड़ान शुरू हो जाएंगे। पहले दिन ही नेशनल और इंटरनेशनल लेवल की उड़ान शुरू हो जाएगी। इसका काम काफी तेजी के साथ चल रहा है। नोएडा एयरपोर्ट से यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने का 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। जानकारी के मुताबिक, आगामी 15 जून तक यमुना एक्सप्रेसवे पर इंटरचेंज का काम पूरा हो जाएगा, जिससे दिल्ली और आगरा से सीधा जेवर एयरपोर्ट कनेक्ट हो जाएगा।
रनवे का काम पूरा, जुलाई में लगेंगे रडार
एयरपोर्ट के लिए सबसे ज्यादा जरूरी रनवे है। जेवर हवाईअड्डे के लिए अभी एक रनवे बनाया जा रहा है। कार्यदायी एजेंसी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने शासन को बताया कि रनवे बन गया है। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से लॉन्ग डिस्टेंस फ्लाइट के लिए जरूरी तैयारियां पूरी हो गई हैं। आने वाली 25 अप्रैल से लॉन्ग डिस्टेंस फ्लाइट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मतलब, 25 अप्रैल से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से लंबी दूरी वाली उड़ान शुरू हो जाएंगी। इसके लिए रनवे पूरी तरह तैयार है। फिलहाल रडार की जरूरत नहीं है। एयरपोर्ट से रोजाना 50 उड़ान रडार बिना किसी परेशानी के उड़ाई जा सकती है। चरण एक का विकास सितंबर-2024 में पूरा होने वाला है। दिसंबर 2023 के अंत तक 3,900 मीटर लंबे रनवे का निर्माण पूरा कर लिया गया है।