मोटोजीपी पर संकट के बादल : सीएम योगी तक पहुंची घोटाले की फाइल, अब एक्शन की तैयारी 

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Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (Buddha International Circuit) में आयोजित हुई पहली भारतीय मोटो जीपी (Indian Moto GP) के खिलाफ रिपोर्ट तैयार हो गई है। इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास पहुंच गई है। ऐसे में आयोजनकर्ता कंपनी फेयर स्ट्रीट के खिलाफ कठोर कार्रवाई तय मानी जा रही है। रिपोर्ट पर 16 जून को निर्णय होना था, लेकिन किसी कारणवश शासन स्तर पर होने वाली बैठक स्थगित हो गई। प्राधिकरण की जांच में मोटो जीपी रेस कराने वाली कंपनी दोषी मिली है। इस मामले में जिम्मेदार कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।

सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने की जांच 
बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में पिछले वर्ष सिंतबर में आयोजित हुई पहली भारतीय मोटो जीपी रेस कराने वाली कंपनी फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स की मुश्किलें बढ़ सकती है। कंपनी पर वेंडरों का भुगतान न करने समेत कई आरोप थे, जिनकी प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने जांच की। जांच में पाया गया है कि कंपनी गैर सूचीबद्ध हैं। इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 10 लाख तथा प्रदत्त पूंजी मात्र 1.27 लाख रुपए है। कंपनी पर वेंडरों की देयता और रेस को हुए कार्यों की लागत में भी असमानता मिली। यह कंपनी 12 मई 2022 में रजिस्टर्ड हुई है। कंपनी को इस तरह का इवेंट कराने का कोई अनुभव नहीं है। इसलिए कंपनी ने इन्वेस्ट यूपी के साथ अनुबंध किया। कंपनी ने 15 फरवरी 2023 को दिए अपने पत्र में कुल व्यय 42.33 करोड़ रुपए दर्शाया, जबकि वेंडरवार अंतिम राशि 41.09 करोड़ तथा पत्र के साथ संलन टैक्स इनवाइस के अनुसार 39.871 करोड़ आती है।

सीएम योगी ने पढ़ी रिपोर्ट 
आयोजन में ट्रैक खर्च और निवेशक सम्मेलन पर किया गया व्यय 45.06 करोड़ दिखाया है। जिससे यह तय होता है कि मोटो जीपी रेस के दौरान हुए कार्यों और उनके भुगतान में असमानता है। कंपनी ने कार्यों और भुगतान से संबंधित कोई विस्तृत विवरण भी जमा नहीं किया है। रिपोर्ट को शासनस्तर पर भेजा जा चुका हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने भी रिपोर्ट को पढ़ लिया है। जल्द ही इस मामले में बड़ा फैसला आने की संभावना है।

काम करने वाले भुगतान के लिए परेशान
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने 12 मार्च 2024 को यमुना प्राधिकरण के सीईओ को लिखे पत्र में कहा था कि बीते 24 सितंबर 2023 को बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पर मोटो जीपी रेसिंग बाइक हुई थी। जिसमें संभल जिले के गुन्नौर निवासी योगेंद्र यादव पुत्र वीर सिंह ने मोटो जीपी रेसिंग बाइक से पहले काम किया था, लेकिन उसका पेमेंट अभी तक नहीं किया गया है। इनका सामान गैर कानूनी तरीके से अपने पास रख लिया है। इस दौरान लाए गए उपकरण को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। जिससे वह ठगा सा महसूस कर रहा है। वह मानसिक क्षति झेल रहा है। नोएडा के सेक्टर-34 में रहने वाले विवेक कुमार सिंह और देवेंद्र सिंह का कहना है कि मोटो जीपी बाइक के दौरान उन्होंने आरसीसी की डायमंड कटिंग का कार्य किया था। अपनी पूरी क्षमता के अनुसार काम किया, लेकिन उपकरण अभी तक नहीं दिया गया है। आरोप लगाया है कि पुष्कर नाथ श्रीवास्तव फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स कंपनी के सीईओ हैं। गैर कानूनी तरीके से सामान रख लिया है। अनेकों बार मोबाइल पर बात की। व्यक्तिगत रूप से ऑफिस जाकर निवेदन किया। उपकरणों को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। जिससे आर्थिक और मानसिक क्षति झेलनी पड़ रही है।

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