Greater Noida : जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Noida International Airport) का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। हर कोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द बसना चाहता है या फिर अपना कोई कारोबार खड़ा करने की इच्छा रखता है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) की आवासीय प्लॉट स्कीम ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह अब तक की निकाली गई सभी आवासीय स्कीम में शानदार साबित हुई है। 7 सिंतबर को निकाली गई स्कीम शुक्रवार को बंद हो गई। इस आवासीय स्कीम के अंतिम दिन तक एक लाख 24 हजार फार्म डाउन लोड किए गए। जबकि 91 हजार फार्म जमा हो चुके हैं। यह फार्म केवल 477 प्लॉट के लिए जमा किए गए हैं। मतलब, एक प्लॉट के लिए 191 लोगों ने फॉर्म भरे हैं।
स्कीम बंद होने तक 1,24,000 फार्म बिके, 91 हजार से ज्यादा जमा हुए
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक इस आवासीय स्कीम के अंतिम दिन तक 1.24 लाख फार्म डाउनलोड किए गए। जबकि 91 हजार फार्म जमा हो चुके हैं। यह फार्म केवल 477 प्लॉट के लिए जमा किए गए हैं। यमुना अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक 60 वर्ग मीटर प्लॉट के लिए 3,154 और 90 वर्ग मीटर प्लॉट के लिए 7,766 फार्म भरे गए हैं। सबसे ज्यादा फार्म 120 वर्ग मीटर प्लॉट के लिए 44,349 लोगों ने भरे हैं। इसी तरह 162 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए 40,302 फार्म, 200 वर्ग मीटर प्लॉट के लिए 11,057 फार्म और 300 वर्ग मीटर प्लॉट के लिए 10,719 फार्म जमा हो चुके हैं। अथॉरिटी ने बताया कि 500 वर्ग मीटर प्लॉट के लिए 773 फार्म, 1,000 वर्ग मीटर वाले प्लॉट के लिए 800 फार्म और 2,000 वर्ग मीटर प्लॉट के लिए 181 फार्म खबर लिखे जाने तक जमा किए जा चुके हैं।
अब तक की सारी हाउसिंग स्कीम के रिकॉर्ड टूट गए
यमुना अथॉरिटी ने सन 2019 में आवासीय स्कीम आरआरपीएस-2 निकली थी। जिसमें केवल 2,241 फार्म आए थे। इसके बाद आरआरपीएस-3 स्कीम में 3,613 फार्म जमा हुए थे। आरपीएस-4 स्कीम में 19,716 फार्म जमा हुए। आरपीएस-5 स्कीम में 16,416 फार्म जमा हुए थे। 7 सिंतबर को निकाली गई 477 प्लॉट की यह स्कीम शुक्रवार को बंद हो गई। इस स्कीम में सवा लाख से अधिक फार्म बिक चुके हैं।
किस आकार में उपलब्ध हैं कितने प्लॉट
आकार (वर्गमीटर)
भूखंडों की संख्या
60
16
90
19
120
262
162
40
200
67
300
56
500
05
1000
08
2000
04
लॉटरी के जरिए आवंटन, आवेदन को तारीख
यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस स्कीम के तहत भूखंडों का आवंटन लॉटरी के जरिए किया जाएगा। स्कीम का ड्रॉ 15 नवंबर को किया जाएगा। योजना के तहत 7 अक्टूबर तक आवेदन दिया जा सकता है। इस तिथि तक आए आवेदनों की जांच के बाद अंतिम सूची वेबसाइट पर जारी की जाएगी। सभी आवेदनों की जांच करने के बाद 15 नवंबर 2022 को इसका ड्रॉ कराया जाएगा। ड्रॉ की निगरानी करने के लिए बड़े अफसरों की एक कमेटी बनाई जाएगी। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। सीईओ ने बताया कि ड्रॉ होने के बाद एक सप्ताह के भीतर आवेदकों की लिस्ट यीडा की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। इसके बाद अगले एक सप्ताह के अंदर सफल आवेदकों को अलॉटमेंट लेटर जारी कर दिया जाएगा।
किस श्रेणी में कितने भूखंड आरक्षित हैं
आकार (वर्गमीटर)
किसानों के लिए
फंक्शनल आवंटियों के लिए
60
03
01
90
03
01
120
46
13
162
07
02
200
12
03
300
10
03
500
01
00
1000
01
00
2000
01
00
किसानों और उद्यमियों को मिलेगा आरक्षण
यमुना अथॉरिटी के सीईओ ने बताया कि इस रेजिडेंशियल प्लॉट स्कीम में किसानों को 17.5% आरक्षण दिया जाएगा। मतलब, कुल भूखंडों में से 17.5% भूखंड यमुना अथॉरिटी की विकास योजनाओं के लिए जमीन देने वाले किसानों को आवंटित किए जाएंगे। इसी तरह 5% भूखंड उद्यमियों, वाणिज्यिक और संस्थागत आवंटियों के लिए आरक्षित किए गए हैं। शर्त यह है कि कम्पनी, संस्था या कमर्शियल कॉम्प्लेक्स फंक्शनल होना चाहिए।
एससी-एसटी को पंजीकरण शुल्क में छूट
डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि भूखंडों की आवंटन 18,510 रुपये प्रति वर्गमीटर निर्धारित की गई है। आवेदकों को भूखंड की कुल कीमत का 10% बतौर पंजीकरण शुल्क चुकाना है। अनुसूचित जाति और जनजाति से ताल्लुक रखने वाले आवेदकों को केवल 5% पंजीकरण शुल्क जमा करना है। सफल आवेदकों को बाकी 90% पैसे का भुगतान आवंटन पत्र जारी होने के बाद 60 दिनों के भीतर करना होगा। आवेदन के साथ यमुना अथॉरिटी की वेबसाइट पर जाकर पैसे जमा कर सकते हैं। आवेदन के समय कुल कीमत का 10% पैसा जमा करना अनिवार्य होगा।
किसे कितनी पंजीकरण राशि देनी है
आकार (वर्गमीटर)
सामान्य आवेदक
एससी-एसटी आवेदक
60
1,11,060
55,530
90
1,66,590
83,995
120
2,22,120
1,11,060
162
2,99,862
1,49,931
200
3,70,200
1,85,100
300
5,55,300
2,77,650
500
9,25,500
4,62,750
1000
18,51,000
9,25,500
2000
37,02,000
18,51,000
तीन भुगतान विकल्प उपलब्ध रहेंगे
इस योजना के आवेदकों को तीन भुगतान विकल्प दिए गए हैं। इनमें से किसी एक को चुनना है। पहला विकल्प एकमुश्त भुगतान का है। मतलब, सफल आवेदक शेष 90% पैसा 60 दिनों में चुकाएगा। दूसरा विकल्प 50% एकमुश्त भुगतान और फिर बाकी 40% पैसा किस्तों में चुकाने का है। तीसरा विकल्प शेष 90% धनराशि पांच वर्षों में छमाही किस्तों का है।