Gurugram News : हरियाणा में कपास की खेती में हुए नुकसान के बाद राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए एक अच्छी खबर आई है। यह योजना किसानों को हुए फसल नुकसान की भरपाई करने में मदद करेगी। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने कपास की खेती करने वाले किसानों से कहा कि वे अपनी फसल की सुरक्षा और आपदा में आर्थिक राहत पाने के लिए 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल के माध्यम से 'हरियाणा फसल सुरक्षा योजना' में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि, बेमौसम बारिश व रोगों से खराब हुए फसल के एवज में 1500 रुपए प्रति एकड़ की दर से आर्थिक मदद दी जाएगी। योजना में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 30 सितंबर तक है। एडीसी विकास सदन स्थित मीटिंग हॉल में योजना की समीक्षा कर रहे थे।
कपास के किसानों को आर्थिक मदद
कपास के किसानों के लिए राज्य सरकार की यह अच्छी पहल है। यह उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगी। फसल बीमा योजना की शुरुआत होने से किसानों को अपनी फसलों को मौसम की बेरुखी और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने में सहयोग मिलेगा।
योजना में पंजीकरण के लिए सिर्फ दो दिन बाकी
एडीसी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना का लाभ लेने के लिए अंतिम तिथि में अब केवल दो ही दिन शेष हैं। ऐसे में जिले के किसानों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना का लाभ उठा पाएं। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जल्द ही योजना की 15वीं किश्त जारी की जाएगी।
ये किसान ने ले सकेंगे लाभ
जिले में जिन किसानों का ई-केवाईसी पेंडिंग है। उनको इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। बैठक में कृषि विभाग के उपनिदेशक अनिल कुमार ने बताया कि तहसील फरुखनगर में 2359, पटौदी तहसील में 1542 व सोहना तहसील में 1014 व मानेसर तहसील में 782 किसानों का ई-केवाईसी पेंडिंग है। एडीसी ने सभी खण्ड कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने खण्ड अनुसार तीन अक्टूबर से पहले सभी पेंडिंग ई-केवाईसी को पूरा करवाना सुनिश्चित करें।