Gurugram : जिले में तालाबों के पास चलाया पौधारोपण अभियान, इस तरह किया लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक

Tricity Today | तालाबों के पास चलाया पौधारोपण अभियान



Gurugram News : आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत स्वच्छता ही सेवा अभियान के छठे दिन मंगलवार को जिला में प्लास्टिक निस्तारण से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन हुआ। उपायुक्त निशान्त कुमार यादव के मार्गदर्शन में 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण अंचल में स्वच्छता के प्रति चेतना जागृत करना है। जिला परिषद की सीईओ अनु श्योकंद ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत मंगलवार को पटौदी खंड के गांव शाहपुर जट में जलाशय के किनारे पौधारोपण करने के बारे में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत बुधवार को सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक को लेकर जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी ।

प्लास्टिक का ना रहे इस्तमाल 
सीईओ ने आमजन से अपील करते कहा कि प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें और अपने आस-पास लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने बताया कि देश और प्रदेश सरकार द्वारा भी प्लास्टिक की थैलियों के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया हैं। अत: आमजन कपड़े और जूट के थैलों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें। ताकि हम हमारे आने वाली पीढिय़ों को एक अच्छा और हराभरा वातावरण देें सके। इसके लिए हमें बाजार में कपडे के थैले लेकर जाने वाली पुरानी आदत को फिर से अपनाना होगा। उन्होंने सभी धार्मिक, सामाजिक संगठनोंं का भी आह्वान किया है वे भी स्वच्छता ही सेवा अभियान में अपनी सक्रिय भूमिका अदा करें।

कचरे को अलग-अलग कर डाले
उल्लेखनीय है कि देश में इन दिनों बेहतर वेस्ट मैनेजमेंट के जरिए प्रदूषण पर नियंत्रण करने की पहल की जा रही है, अगर हम सभी थोड़ी सी कोशिश करें तो, बेकार चीजों का बेहतर तरीके से निस्तारण कर सकते हैं और पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान दे सकते हैं। प्लास्टिक जल पृथ्वी और वायु को प्रदूषित करती है जिसका असर इंसान और जीव जंतुओं पर पड़ता है। प्लास्टिक को पूरी तरह गलने में कई 100 साल लग जाते हैं, इसलिए यह ज्यादा खतरनाक है। हमें अपने घर से निकलने वाले कचरे को अलग-अलग करने और उसके निस्तारण की शुरुआत करनी चाहिए। इसके लिए घर में नीले और हरे डस्टबिन को रखें । गीला कचरा हरे रंग के डस्टबिन में और सूखा कचरा नीले रंग के डस्टबिन में डालें। गीले कचरे को पशुओं को और सूखे कचरे को शैड में रखें जिससे सफाई व्यवस्था बनी रहेगी।

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