पंचशील हायनिश के बेसमेंट बने डंपिंग यार्ड, निवासियों के दबाव पर रविवार से यह नई व्यवस्था लागू होगी

Tricity Today | पंचशील हायनिश के बेसमेंट बने डंपिंग यार्ड



ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आवासीय सोसायटी में रहने वाले लोग परेशान हैं। परेशानी का कारण कोई और नहीं उनकी अपनी सोसायटी से निकलने वाला कूड़ा है। यह कूड़ा सोसायटी के बेसमेंट में भरा जा रहा है। जिससे पूरी सोसायटी में दुर्गंध फैल रही है। लोगों को आंशका है कि सोसायटी में बीमारी फैल जाएंगी। सोसायटी के निवासियों का कहना है कि बिल्डर ने कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं की है। बेसमेंट में पार्किंग हैं। बच्चे और बुजुर्ग भी जाते हैं, जो गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। हालांकि, निवासियों के दबाव में सोसायटी के मेंटिनेंस डिपार्टमेंट ने नई व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। रविवार से नई व्यवस्था के तहत कर्मचारी सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग करेंगे।

सोसायटी के रहने वाले आलोक द्विवेदी ने कहा, बेसमेंट में गंदगी भरी हुई है। कूड़ा डंप किया जा रहा है, जिससे सारे टॉवरों की शाफ्ट से बहुत बुरी बदबू आती है। फ्लैट्स के अंदर रुकना मुश्किल है। कई बार इस बारे में बिल्डर के मेंटिनेंस विभाग से शिकायत कर चुके हैं लेकिन बिल्डर और उनके कर्मचारी सफाई के मामले में लापरवाह हैं। हर बार कहते हैं कि जल्दी समाधान कर देंगे। करते कुछ नहीं हैं।

सोसायटी के एक निवासी ने बेसमेंट में भरे कचरे की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर की है। जिसमें देखा जा सकता है कि मेंटीनेंस विभाग के कर्मचारी घरों से एकत्र किया गया कचरा बेसमेंट में भर रहे हैं। सोसायटी में अभी तक ठोस कूड़ा निस्तारण करने के लिए संयंत्र की स्थापना नहीं की गई है। आलोक द्विवेदी ने बताया कि यह परेशानी नई नहीं है, कई महीनों से यह परेशानी है। टॉवर दो का तो बुरा हाल है। वहां के निवासियों ने बार-बार विकास प्राधिकरण से शिकायत की है। कोई सुनने वाला नहीं है।

ट्वीटर पर इस मुद्दे को उठाने वाले सोसायटी के निवासी विनायक कृष्णा ने कहा, बिल्डर को तो छोड़िए मेंटीनेंस विभाग के कर्मचारियों को काम करने का सलीका मालूम नहीं है। सही से कहूं तो हम एक हाउसिंग सोसायाटी नहीं डंपयार्ड में रहते हैं। बिल्डर, मेटिंनेंस विभाग या विकास प्राधिकरण किसी से भी शिकायत कर लीजिए, कोई सुनवाई होने वाली नहीं है।

सोसायटी के टावर दो का सबसे बुरा हाल है। इस टावर के निवासी धीरज त्रिपाठी ने बताया कि यह अकेले मेरे टावर की परेशानी नहीं है, पूरी सोसायटी में ही बुरा हाल है। यहां के कर्मचारी सूखा और गीला कचरा अलग-अलग नहीं करते हैं। पूरे कचरे को एकसाथ बेसमेंट मे लेकर डाल देते हैं। जाहिर है उसमें एक समय के बाद सड़क हो जाती है और बहुत बुरी बदबू आने लगती है। यह बदबू असहनीय है। टावर के नीचे खड़े नहीं हो सकते हैं। इसका हमने कई बार विरोध किया है। जब हम लोग ज्यादा दबाव डालते हैं तो बेंसमेंट में धुलाई कर देते हैं। फिर हालात जस के तस हो जाते हैं।

धीरज त्रिपाठी आगे कहते हैं कि अब मेंटिनेंस विभाग बोल रहा है कि कर्मचारी घर-घर जाकर कूड़ा उठाएंगे। यह व्यवस्था रविवार से शुरू होगी। कर्मचारी खुद सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग करेंगे। धीरज कहते हैं कि बाहर वाले लोग और रिश्तेदार आते हैं तो कहते हैं कि आप लोग कहां रह रहे हैं। बच्चों के संक्रमित होने का तो बहुत खतरा है। प्राधिकरण से कई बार शिकायत की है। प्राधिकरण कुछ नहीं करता है। कम से कम बिल्डर या प्राधिकरण लोगों को जागरूक करें कि सूखा गीला कूड़ा कैसे अलग करें। सोसायटी के लोग खुद ही यह काम करके दे देंगे।

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