Tricity Today | GIMS Greater Noida
ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) में अब सामान्य मरीजों का दाखिला और उपचार नहीं होगा। कोविड अस्पताल घोषित होने के बाद अब यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का ही इलाज होगा। यहां पर 150 बेड का कोविड अस्पताल बनाया गया है। हालांकि, आपातकालीन मरीजों का इलाज जारी रहेगा। दूसरी ओर सामान्य मरीजों के लिए अस्पताल ने टेलिमेडिसिन व्यवस्था शुरू की है।
शासन ने प्रदेश के 52 मेडिकल कॉलेजों को कोविड अस्पताल की श्रेणी में कर दिया है। जिम्स में 300 बेड का अस्पताल है। यहां पर पहले 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना हुआ है। लेकिन अब इसे 150 बेड का कर दिया गया है। अन्य वार्ड में भर्ती करीब 55 मरीजों को नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। इनमें से जो मरीज जल्द ठीक होकर जा सकते हैं, उनको उपचार के बाद डिस्चार्ज किया जाएगा।
इसके चलते अब यहां कोरोना मरीजों का ही इलाज होगा। यहां पर सामान्य मरीजों का उपचार बंद हो गया है।जिम्स के निदेशक ब्रिगेडियर डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि कोविड अस्पताल घोषित हो गया है। हमारा पूरा ध्यान कोरोना मरीजों के उपचार पर है। अन्य विभागों के मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए अब सामान्य विभागों के मरीजों का दाखिला नहीं किया जाएगा।
जिम्स में दस वेंटिलेटर की है सुविधा
अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि जिम्स में कोविड के लिए 150 बेड तैयार हो चुके हैं। यहां पर कोविड 19 की जांच हो रही है। प्रतिदिन 150 से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है। कोविड के गंभीर मरीजों के लिए जिम्स में 10 वेंटिलेटर हैं। इसके अलावा प्लाज्मा थेरेपी से भी गंभीर मरीजों के इलाज की सुविधा मिल गई है।
वर्तमान में तीन गर्भवती महिलाएं भर्ती हैं। इसमें पूजा, मंजू और बेबी देवी हैं। जबकि पहली मई मई को कोविड पॉजिटिव एक महिला की डिलीवरी कराई जा चुकी है। इससे पहले एक कोविड पॉजिटिव महिला डॉक्टर की भी डिलीवरी कराई गई थी।
टेली मेडिसिन के लिए इन डॉक्टरों की लगी ड्यूटी
(आपातकालीन विभाग 24 घंटे और अन्य डॉक्टर सुबह आठ बजे से शाम 4 बजे तक टेली मेडिसिन की सुवाएं देंगे। )
Greater Noida : आपसी विवाद में गांव के दो पक्ष भिड़े, 10 लोगों को आई चोट, घायल हिस्ट्रीशीटर पर एफआईआर
ग्रेटर नोएडाअपराधियों का गढ़ बना सेंट्रल नोएडा जोन : घर जा रहे व्यक्ति से मोबाइल स्नैचिंग, बदमाशों का आतंक कायम
ग्रेटर नोएडा