Noida News : छठ पर्व शुरू होने में मात्र तीन दिन का समय बचा है और छठ घाट पर अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। 5 नवंबर से शुरू होने वाले इस महापर्व के लिए अब तक छठ घाट पर सफाई तक नहीं हो सकी है। जिससे श्रद्धालुओं को निश्चित रूप से परेशानी होगी। अब तक प्राधिकरण और प्रशासन ने इस दिशा में ऐसा कोई कार्य नहीं किया है, जिससे छठ व्रती और श्रद्धालुओं को छठ घाट पर ऐसी व्यवस्था मिले कि वह बिना किसी परेशानी छठ व्रत को पूरा कर सकें।
सफाई के लिए मात्र 5 कर्मचारी
छठ पर सबसे अधिक श्रद्धालुओं को भीड़ कालिंदी कुंज के पास यमुना के तट पर एकत्र होती है। यहां वेदी बनाए जाने से लेकर यमुना के जल में खड़े होेा अघ्र्य देने से लेकर पूजा संपन्न करने के हजारों छठ व्रती और श्रद्धालु एकत्र होते हैं। चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व के लिए अब तक कालिंदी कुंज पर बनाए जाने वाले घाटों के आसपास सफाई तक नहीं हो सकी है। प्राधिकरण द्वारा मात्र 5 कर्मचारी यहां सफाई में लगाए गए हैं, जबकि करीब एक किलोमीटर की लंबाई में यहां घाट बनाए जाते हैं। सामाजिक संगठन भी गायब
यमुना को साफ करने का दम भरने वाले सामाजिक संगठन भी अब तक यमुना पर घाट बनाने वाले स्थान पर सफाई के लिए नहीं पहुंचे हैं। घाट के आसपास फैली गंदगी, झाड़ियां और कीचड़ श्रद्धालुओं के लिए बड़ी समस्या बनेगा। वैसे तो कई सामाजिक संगठन यमुना की सफाई के लिए वहां पॉलीथीन और कबाड़ बीनने का कार्य करते हैं, लेकिन अब तक उन्होंने भी छठ महापर्व को लेकर अपने स्तर से कोई सफाई अभियान शुरू नहीं किया है।
लोगों में है नाराजगी
छठ को लेकर प्राधिकरण, प्रशासन और सामाजिक संगठनों के लापरवाह रवैये को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है। जो लोग छठ पूजा के लिए वेदी बनाने के लिए स्थान चिह्नित करने या यमुना नदी पर व्यवस्थाओं को देखने जा रहे हैं, उनमें नाराजगीग देखी जा रही है। सफाई न होने, लोगों के आने-जाने के लिए रास्ता न बनने, यमुना में बाड़ न लगाने जाने और झाड़ियों व गंदगी की सफाई न होने से लोग मायूस हो रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि छठ व्रत की पवित्रता और उनकी महत्ता को नजरअंदाज किया जा रहा है।