नोएडा में झूठा निकला गैंगरेप केस : घटना के 25 दिन बाद बयान से पलटी प्रेग्नेंट महिला, बोली- वो मेरा दोस्त है

नोएडा | 1 दिन पहले | Jyoti Karki

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Noida News : गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में रहने वाली एक गर्भवती महिला द्वारा लगाए गए सामूहिक दुष्कर्म के आरोप झूठे साबित हुए हैं। जिला न्यायालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में महिला ने स्वयं अपने आरोपों को निराधार बताया है। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट दर्ज कर दी है। यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था के प्रति लोगों के विश्वास को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। एक तरफ जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं चिंता का विषय हैं, वहीं दूसरी ओर झूठे आरोपों से निर्दोष लोगों की जिंदगी बर्बाद होने का खतरा भी कम नहीं है। 

पहले किये गैंगरेप के दावे 
पहले महिला का दावा था कि वह अपने प्रेमी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहती है और सेक्टर-63 की एक कंपनी में काम करती है। उसने बताया था कि 3 जुलाई को उसके सहकर्मी समीर ने उसे एक बीमार व्यक्ति को देखने के बहाने से बुलाया और फिर खोड़ा कॉलोनी ले गया। वहां पहले से खड़ी एक कार में दो अन्य व्यक्ति मौजूद थे। महिला का आरोप था कि इन तीनों ने उसे नशीला पदार्थ पिलाकर चलती कार में उसके साथ दुष्कर्म किया।

मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में पलटी 
लेकिन अब महिला ने अपने बयान से पलट गई है। उसने मजिस्ट्रेट के सामने कहा कि वास्तव में कार में पहले से मौजूद दो युवकों से उसकी किसी बात पर बहस हो गई थी। गुस्से में आकर उसने उन्हें सबक सिखाने के लिए यह झूठा आरोप लगाया था। सेक्टर-63 थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले की गहन जांच की थी। करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई और 500 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई। लेकिन पुलिस को सामूहिक दुष्कर्म के कोई ठोस सबूत नहीं मिले।

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