नोएडा पुलिस के दावों का आईआईएम बैंगलोर ने किया खंडन : महिलाओं को ठगने वाला राहुल चतुर्वेदी वहां नहीं पढ़ा, जांच में बड़ी चूक

नोएडा | 7 घंटा पहले | Mayank Tawer

Google Photo | bisrakh police station



Noida News: गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा किए गए एक हालिया खुलासे ने जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस सप्ताह मंगलवार को बिसरख पुलिस ने राहुल चतुर्वेदी नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिस पर मेट्रीमोनियल साइट्स और सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके महिलाओं को ठगने का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने दावा किया कि राहुल ने भारतीय प्रबंधन संस्थान बंगलुरू (IIMB) से एमबीए किया है। अब आईआईएम बंगलुरू ने इस दावे का खंडन किया है। आईआईएम बंगलुरू ने आधिकारिक बयान जारी किया है। इसे संस्थान की छवि धूमिल करने वाली घटना करार दिया है। ख़ास बात यह है कि गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में मीडिया को यह जानकारी उपलब्ध करवाई गई थी।

आईआईएम ने क्या कहा
आईआईएम बैंगलोर ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडियल हैंडल पर बीती रात एक बयान पोस्ट किया है। उनके पास राहुल चतुर्वेदी नामक व्यक्ति के किसी भी प्रकार के पूर्व छात्र होने का कोई रिकॉर्ड नहीं है। यह बयान पुलिस की जांच में चूक की ओर इशारा करता है, जिससे साफ होता है कि आरोपी के द्वारा बताए गए तथ्यों का सत्यापन नहीं किया गया। आईआईएम बंगलुरू ने स्पष्ट रूप से कहा है, "मीडिया रिपोर्टों ने राहुल चतुर्वेदी को हमारे पूर्व छात्र के रूप में बताया है, जो पूरी तरह से गलत है। हमारे पास ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है, और हम इस व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार के संबंध से इनकार करते हैं। बिना किसी सत्यापन के मीडिया और सोशल मीडिया पर इस प्रकार की गलत जानकारी फैलाई गई है, जो हमारी छवि को नुकसान पहुंचाने वाली है।”

पूरा मामला क्या है
राहुल चतुर्वेदी को बिसरख पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने दावा किया कि वह जीवनसाथी डॉट कॉम और वेडर हाफ जैसी मेट्रीमोनियल साइट्स पर प्रोफाइल बनाकर महिलाओं को शादी का झांसा देकर ठगता है। वह खुद को विप्रो में बड़ा मैनेजर बताकर महिलाओं को बहुमूल्य वस्तुएं और पैसे देने के लिए राजी करता था। अब तक वह करीब 16-17 महिलाओं को ठग चुका है। एक पीड़िता से उसने ₹2 लाख नकद और एक एप्पल फोन ठगा था।

We deny any association with this individual. We are deeply concerned by such media reports & social media posts which erroneously state that Mr. Chaturvedi is an "IIM Bangalore graduate." This misinformation has been propagated without any verification from IIM Bangalore. (2/2)

— IIM Bangalore (@iimb_official) September 26, 2024
गौतमबुद्ध नगर पुलिस की चूक
पुलिस ने राहुल चतुर्वेदी के बयान को सत्यापित किए बिना यह दावा किया कि वह आईआईएम बंगलुरू से एमबीए पोस्ट ग्रेजुएट है। आईआईएम के खंडन के बाद यह सवाल उठता है कि क्या अन्य तथ्यों की भी सही तरीके से जांच की गई है या नहीं। इससे पुलिस की जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठते हैं। यह गिरफ्तारी बिसरख पुलिस स्टेशन के उप-निरीक्षक अरविंद शर्मा और उनकी टीम द्वारा की गई थी, लेकिन अब इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। एक और बड़ी बात यह है कि इस पूरे प्रकरण को बेहद हाईप्रोफ़ाइल बताते हुए गौतमबुद्ध नगर के पुलिस उपायुक्त सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस की थी। उन्होने भी मीडिया को दिए बयान में दो बार कहा कि आरोपी राहुल चतुर्वेदी आईआईएम से पढ़ा है।

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