Tricity Today | सेक्टर 50 को स्वच्छ सुन्दर और प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लेते हुए मुहीम छेड़ी
Noida : जन जागरण संगठन ने देश से अपील करते हुए शुरुआत नोएडा के सेक्टर 50 से की है। सेक्टर 50 को स्वच्छ सुन्दर और प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लेते हुए मुहीम छेड़ी है। इस अभियान का मकसद है जितना कम से कम हो सके प्लास्टिक का इस्तेमाल करना और उसे पर्यायवरण की सुरक्षा करना।
'पहले सेक्टर 50 करेंगे प्लास्टिक मुक्त, फिर बाकि नोएडा की बारी'
मधु मित्तल बताती है कि हमने शुरुआत पहले व्हाट्सअप मैसेज से की, जहां हमने अपने लोगो को, अन्य सोसाइटी के लोगो को सचेत करते हुए कहा की प्लास्टिक इस्तेमाल न करें। आज की तारीख में हर कोई प्लास्टिक किसी न किसी तरह से इस्तेमाल कर रहा है। हमारा मिशन है उसे रोकना। महाशिवरात्रि के मौके पर जब सब फूल, पूजन सामग्री बाजार से लाते है तो वो सब सामान प्लास्टिक पॉलीथीन में आता है। और हम सारी थैलियां सहेजते जाते है। ना हम खरीदेंगे, न हम इस्तेमाल करेंगे, इससे धरती कितनी प्लास्टिक फ्री रहेगी। ये एक छोटी से पहल है अभी सेक्टर 50 के दायरे में मुहीम छेड़ी है, जल्द सब जगह करेंगे।
व्हाट्सप के बाद मंदिरो के बहार किया प्लास्टिक रहित अभियान
मधु मित्तल बताती है कि सेक्टर 50 के मंदिरों में स्वच्छता, प्लास्टिक रहित अभियान का आह्वान व्हाट्सप्प पर करने के बाद महाशिवरत्रि के पहले हमने जो माली मंदिरो के बाहर फूल बेचते है, उनसे संपर्क किया और शिवरात्रि के दिन सामान बेचने के लिए उन्हें कागज़ की बनी थैलियां, अखबार की रद्दी दी। कम्युनिटी सेंटर शिव मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, कैलाश धाम मंदिर के बाहर जान जाग्रति की टीम सराहनीय काम करती रही।
'पैसे की बरबादी बची'
जन जागरण संगठन के इस कदम से राहुल जो फूलमाला बेचते है, कहते है कि उनका प्लास्टिक की थैलियां लाने में जो खर्चा होता था, वो काफी बच गया है। इसके साथ ही कागज़ के लिफाफे बनाने वाले परिवारो कि भी आर्थिक सहायता हुई है। कम से कम 2500 थैलियां बिकने से बची।
टीम ने बढ़ाया हौंसला कहा 'अब मत करना प्लास्टिक का इस्तेमाल'
जन जागरण संगठन की प्रमुख कार्यकर्ता मधु मित्तल, शशि और सोनू राठौर ने लोगों को समझाया की प्लास्टिक का उपयोग किसी भी तरह से न करे, और मंदिर में स्वच्छता बनाए रखनें के लिए कदम बढ़ाए। शशि कहती है कि त्यौहार माली समाज के भी होता है, सभी का होता है। ये सोच हमने सब साथ मिलकर इन फूल माला बेचने वाले भाइयों के साथ हाथ बंटाया और इनके साथ काम किया।