Noida News : जिला प्रशासन की सख्ती के बाद जेपी एसोसिएट्स ने मंगलवार को एक करोड़ रुपये जमा कर दिए। साथ ही 30 जून से पहले दो करोड़ रुपये जमा करने का वादा किया। इसके बाद जिला प्रशासन ने कार्यालय के सील को खोल दिया। प्रशासन की टीम महागुन के कार्यालय को भी सील करने पहुंची, लेकिन बिल्डर ने 50 लाख रुपये जमा कर दिए और कार्यालय को सील होने से बचा लिया।
महागुन बिल्डर पर 7 करोड़ रुपये से अधिक बकाया
एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता ने बताया कि महागुन बिल्डर पर रेरा का सात करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। इसके मालिकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए जा चुके हैं। मंगलवार को उनकी टीम कार्यालय को सील करने के लिए गई थी, लेकिन इससे पहले ही बिल्डर ग्रुप ने 50 लाख रुपये जमा करा दिए और शेष बकाया राशि शीघ्र जमा करने की बात कही है।
इन बिल्डरों पर भी जल्द गिरेगी गाज
एसडीएम का दावा है कि दो दिन में ग्रुप एक करोड़ रुपये और जमा कर देगा। इसके बाद कार्यालय को सील नहीं किया गया। वहीं, सोमवार को 33 करोड़ रुपये के बकायेदार जेपी एसोसिएट्स के कार्यालय को प्रशासन ने सोमवार को सील कर दिया था। इसके बाद मंगलवार को जेपी की ओर से कुछ रकम जमा करा दी गई, जिसके बाद सील खोलने का आदेश जारी कर दिया गया। जिला प्रशासन ने अन्य बड़े बिल्डरों पर भी वसूली के लिए शिकंजा कस दिया है। एसडीएम ने बताया कि इसके अलावा ला रेजेडेंशिया बिल्डर ने रेरा के दो करोड़ से अधिक के बकाये का भुगतान न करने पर इस ग्रुप के तीनों डायरेक्टर पंकज जैन, कुलभूषण राय बजाज और मुकेश कुमार राय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। इनका कार्यालय सील हो चुका है।