Google Image | रविवार को 1507 लोगों ने वैक्सीन की खुराक ली
रविवार, 4 अप्रैल को गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस टीकाकरण बेहद सफल रहा। रविवार को 1507 लोगों ने वैक्सीन की खुराक ली। शहर के 12 निजी अस्पतालों मैं वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया था और हर सेंटर पर 100 से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन की खुराक ली। इससे पहले पिछले महीने 14 मार्च (रविवार) को सबसे ज्यादा 810 लाभार्थियों ने टीके की खुराक ली थी। गौतमबुद्ध नगर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इससे बेहद उत्साहित हैं।
छुट्टी की वजह से पहुंचे लोग
दरअसल तीसरे चरण में 45 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के सभी लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा रही है। इस वजह से लाभार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ है। रविवार को छुट्टी का दिन होने की वजह से भारी संख्या में लोग टीकाकरण कराने पहुंचे। इसके चलते केंद्रों पर सुबह से ही लंबी लाइन लगी रही। नोएडा के सेक्टर-27 में स्थित कैलाश हॉस्पिटल में सुबह 11:30 बजे से लाइन लग गई थी।
12 निजी अस्पतालों को बनाया गया था केंद्र
50 से ज्यादा लोग लाइनों में खड़े होकर टीकाकरण कराने का इंतजार कर रहे थे। ज्यादा देर लगने की वजह से कई लोग बैठे हुए थे। कमोबेश यही हाल ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल में भी रहा। यहां सुबह 11:00 बजे से टीकाकरण शुरू हो गया था। इसके लिए लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं। रविवार को अवकाश की वजह से सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन कार्यक्रम बंद था। इसलिए जिले के 12 बड़े निजी अस्पतालों में टीकाकरण कार्यक्रम कराया जा रहा था।
45 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के लोग पहुंच रहे हैं
बड़ी बात यह रही कि हर सेंटर पर 100 से ज्यादा लाभार्थियों ने वैक्सीन की खुराक ली। हालांकि यह जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा था। जिला स्वास्थ्य विभाग कहना है कि केंद्रों पर ऐसी भीड़ रोजाना रहेगी। क्योंकि सरकार ने 45 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के लोगों को टीकाकरण की छूट दी है। इसलिए लोग इसका टीके की खुराक लेने जरूर आएंगे।
आज भी टीकाकरण जारी है
सोमवार को भी सरकारी टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन की डोज दी जाएगी। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने आज सोमवार को 11000 से ज्यादा लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए करीब 100 केंद्र बनाए गए हैं। जिन पर कार्यक्रम चल रहा है। हालांकि इस दौरान संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद संदिग्ध मरीजों की जांच भी बढ़ा दी गई है। लेकिन वायरस के फैलने की रफ्तार बेहद तेज है।