Noida News : नोएडा प्राधिकरण द्वारा कई वर्ष पहले आपदा से निपटने के लिए स्थापित किया गया आपदा प्रबंधन सेल बीते पांच वर्षों से पूरी तरह निष्क्रिय पड़ा है। इस सेल में आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक उपकरण जैसे लाइफ जैकेट, स्टीमर, बोट, अग्निशमन उपकरण या अन्य जरूरी साधन बिल्कुल नहीं हैं। कर्मचारियों की भारी कमी के कारण यहां सिर्फ एक गार्ड तैनात है, जो सेल की सुरक्षा देखता है।
सिर्फ एक कर्मचारी कर रहा ड्यूटी
स्थानीय निवासियों ने बताया कि यहां एकमात्र प्रबंधक के रूप में प्रमोद नामक व्यक्ति आते हैं, लेकिन आपदा प्रबंधन से जुड़ी कोई ठोस तैयारी नहीं की गई है। इस स्थिति ने नागरिकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अगर भविष्य में नोएडा जैसे हाईटेक शहर में कोई प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप या बाढ़ आती है तो उससे निपटने के लिए क्या कोई प्रभावी योजना मौजूद है।
कभी भूकंप आया तो क्या होगा?
नोएडा भूकंप के जोन-4 में आता है। जहां 7 रिक्टर स्केल तक के भूकंप का खतरा बना रहता है। दो नदियों (यमुना और हिंडन) के बीच स्थित होने के कारण इस क्षेत्र की मिट्टी रेतीली और गीली है। जिससे तेज भूकंप की स्थिति में भारी इमारतें जमीन में धंसने का खतरा है। ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए प्राधिकरण ने आपदा प्रबंधन सेल की स्थापना की थी, लेकिन उसकी वर्तमान स्थिति ने उसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जिम्मेदार अफसर का बयान
नोएडा के ओएसडी देवेंद्र प्रताप सिंह ने इस मामले में कहा कि विभाग के पास आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक कर्मचारियों की भारी कमी है। आपातकालीन स्थितियों में प्राधिकरण के कर्मचारी और जिला प्रशासन के सहयोग से ही किसी भी तरह के रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता है।