Noida News : नोएडा के सेक्टर-77 स्थित प्रतीक विस्टीरिया सोसाइटी में रहने वाली महिला टीचर स्मृति सैमुअल एक बड़े साइबर ठगी का शिकार हो गई। ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए महिला को मनी लॉन्ड्रिंग, मानव और नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे गंभीर आरोपों में फंसाने की धमकी दी। इस दौरान उन्हें 5 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा और उनकी बैंक डिटेल्स का दुरुपयोग कर 1.40 लाख रुपये की ठगी कर ली गई।
ठगों के जाल में कैसे फंसी महिला?
रविवार सुबह 10:43 पर स्मृति सैमुअल को एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन पर एक महिला ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए दावा किया कि उनका आधार कार्ड डार्क वेब पर पाया गया है। इसका इस्तेमाल अवैध गतिविधियों जैसे मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग्स तस्करी के लिए किया जा रहा है। यह सुनकर स्मृति घबरा गईं।
और फिर इस तरीके से लगाया चूना...
इसके बाद कॉल पर जुड़े अन्य फर्जी पुलिसकर्मियों ने मामले की जांच के नाम पर महिला को गिरफ्तारी की धमकी देना शुरू कर दिया। ठगों ने महिला को भरोसा दिलाया कि जेल जाने से बचने का एकमात्र तरीका है कि वह स्काइप ऐप डाउनलोड कर ले और अपने बैंक खाते की पूरी जानकारी साझा करे।
बैंक खाते से उड़ाए 1.40 लाख रुपये
डर और दबाव में आकर स्मृति ने जालसाजों की बात मान ली। ठगों ने उन्हें उनके खाते में जमा रकम को एक अन्य खाते में ट्रांसफर करने को कहा, यह दावा करते हुए कि जांच पूरी होने के बाद राशि वापस कर दी जाएगी। डरी-सहमी महिला ने दो बार में कुल 1.40 लाख रुपये एक खाते में ट्रांसफर कर दिए। जिसका नाम सनी बताया गया। ठगों ने महिला को एक फर्जी गिरफ्तारी वारंट भी भेजा और इस मामले की जानकारी अपने परिवार से साझा न करने की सख्त हिदायत दी।
जांच में जुटी पुलिस
ठगों ने जब और पैसों की मांग शुरू की तो महिला को ठगी का शक हुआ। इसके बाद उन्होंने सेक्टर-113 थाने और साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए खाते और फोन नंबर की ट्रैकिंग की जा रही है। अधिकारियों ने लोगों को सचेत करते हुए कहा है कि ऐसे कॉल्स से सावधान रहें और अपनी निजी जानकारी किसी के साथ साझा न करें।