Noida : ड्राइफ्रूट्स ठग गैंग पकड़ने वाली पुलिस टीम सम्मानित, कमिश्नर ने की 50 हजार रुपए देने की घोषणा

नोएडा | 3 साल पहले | Harish Rai

Tricity Today | पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने सेक्टर-58 पुलिस टीम को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की



गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने फर्जी दुबई ड्राईफ्रूट्स कम्पनी के नाम पर देशभर के सैकड़ों कारोबारियों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला गैंग पकड़ा है। सोमवार को इस मामले में रिंगिंग बेल घोटाले में मुख्य आरोपी रहे मोहित गोयल को गिरफ्तार किया है। इस खुलासे में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने सेक्टर-58 थाना पुलिस टीम को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की है। बड़ी बात यह है कि गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट को 13 जनवरी को एकसाल पूरा होगा। इस दौरान पुलिस ने अपराधों का खुलासा तेजी से किया है। क्रिमिनल्स को सलाखों के पीछे भेजने में कामयाबी हासिल की है।

इस मामले में एक गैंग ने ड्राई फ्रूट्स खरीदकर देशभर के एक हजार से ज्यादा थोक विक्रेताओं को ठगी का शिकार बनाया है। इन लोगों से 200 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई है। यह ठगी दुबई ड्राई फ्रूट्स नाम से फर्जी कंपनी खड़ी करके अंजाम दी गई है। इस कम्पनी के प्रोमोटर मोहित गोयल और एमडी ओमप्रकाश जांगीड़ को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मोहित गोयल रिंगिंग बेल कंपनी बनाकर 251 रुपये में एंड्रॉयड मोबाइल बेचने का मास्टरमाइंड था।  

100 से अधिक विक्रेताओं से 200 करोड़ रुपये ठगे
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी पुलिस ने दी थी कि इस गैंग ने देशभर के 100 से अधिक विक्रेताओं से 200 करोड़ रुपये ठगे हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ठगी का शिकार हुए कारोबारियों ने एडिशनल कमिश्नर के दफ्तर के सामने 'नोएडा पुलिस जिंदाबाद' के नारे लगाए। दरअसल, कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस की टीम ने रविवार की शाम सेक्टर-50 से मेघदूतम अपार्टमेंट के निवासी मोहित गोयल और जयपुर के निवासी ओमप्रकाश जांगीड़ को गिरफ्तार कर लिया। इन लोगों ने सेक्टर-62 के कोरेंथम बिल्डिंग में दुबई ड्राई फ्रूट्स नाम से एक फर्जी कंपनी खोल रखी थी। ओमप्रकाश इस कंपनी का एमडी और मोहित इसका प्रोमोटर था। इन दोनों ने देशभर की विभिन्न फर्मों से संपर्क किया। उनसे ड्राई फ्रूट्स, दाल, तेल, मसाले खरीदते थे। फर्म संचालकों का विश्वास जीतने के लिए उन्हें कुछ राशि एडवांस के रूप में दे देते थे। बाद में उनसे लाखों रुपये के ड्राई फ्रूट्स या अन्य सामान लेकर पैसे नहीं देते थे। 

नोएडा और गुरुग्राम में चार फर्जी कंपनियां बनाईं
लव कुमार ने बताया कि जांच में पता चला है कि इन लोगों ने नोएडा और गुडग़ांव में चार फर्जी कंपनियां बनाकर देशभर के करीब एक हजार से अधिक विक्रेताओं से 200 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यह फर्जीवाड़ा करीब पांच सौ करोड़ रुपये तक का हो सकता है। सेक्टर-62 के कोरेंथम बिल्डिंग में चलने वाली दुबई ड्राई फ्रूट्स एंड स्पाइस हब के 14 अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ रोहित मोहन नामक एक कारोबारी ने मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि इन लोगों ने फर्जी तरीके से कंपनी बनाई थी। विक्रेताओं से संपर्क करके ड्राई फ्रूट्स खरीदे। इसके बाद करोड़ों का माल लेकर बगैर पेमेंट दिए फरार हो गए।

रिंगिंग बेल कांड से सुर्ख़ियों में आया था गैंग
इस मामले में कारोबारियों ने 20 अक्टूबर को नोएडा की कोतवाली सेक्टर-58 से शिकायत की थी। जांच के बाद इस मामले में 24 दिसंबर को मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने मोहित गोयल, सुमित यादव, मुसर्फिल लश्कर, विजय, नायरा सिंह उर्फ नील कमल, उज्ज्वल डे, स्वाति डे, गौरव, राजीव कुमार, रुपेश कुमार ठाकुर, ओम प्रकाश जांगिड़, स्वाति समेत 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है।

कमिश्नर ने किया पुलिस टीम को 50 हजार रुपये ईनाम देने का ऐलान
यह खुलासा करने वाली और ठगों के गैंग को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने 50 हजार रुपये इनाम देने का ऐलान किया है। पुलिस कमिश्नर ने कहा, "पुलिस टीम ने शानदार काम किया है। पकड़ा गया गैंग बेहद शातिर अंदाज में काम करने वाला है। इस गैंग ने पहले भी 251 रुपये में मोबाइल उपलब्ध करवाने का झांसा देकर देशभर के हजारों लोगों के साथ धोखाधड़ी की थी।" कमिश्नर ने कहा, "नोएडा पुलिस का उद्देश्य अपराध रोकना है। अपराध होने के बाद अपराधी को पहुंच से बाहर होने से पहले दबोचना है। इस मामले में पुलिस ने बेहद तत्परता से काम किया। जिसके परिणाम स्वरूप अपराधियों को बेहद कम समय में पकड़ लिया गया।"

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