गौतमबुद्ध नगरः निजी स्कूलों से परेशान जिले के लोगों ने कहा-‘जान बचाएं या बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी लगवाएं’

नोएडा | 3 साल पहले | Anika Gupta

Google Image | ऑनलाइन क्लास को लेकर अभिभावकों ने जताई आपत्ति



कोरोना से मार से कराह रहे गौतमबुद्ध नगर में कई दूसरी समस्याएं भी मुंह बाए खड़ी हैं। इस मुश्किल वक्त में भी जिले के निजी स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चल रही है। फीस वसूलने के लिए बच्चों को क्लास में शामिल होने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। अभिभावकों पर भी अतिरिक्त बोझ है। जब पूरा जिला एक भयंकर महामारी की चपेट में बुरी तरह फंसा है, बच्चों की ऑनलाइन क्लास को लेकर निवासी आपत्ति जता रहे हैं। जनपद के सक्रिय लोग स्कूलों से फिलहाल क्लास बंद रखने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस मुश्किल घड़ी में सब की सलामती जरूरी है।

वरिष्ठ पत्रकार और एंकर रोहित सरदाना ने थोड़ी देर पहले एक ट्वीट कर शहर के स्कूलों का हाल बयां किया। उन्होंने लिखा कि आसपास लगभग हर घर में कोरोना वायरस से कोई न कोई संक्रमित है। किसी-किसी घर में तो बच्चे और माता-पिता सब बीमार हैं। लेकिन नोएडा के स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चल रही है। ऐसे में लोग जान बचाएं या स्कूलों में बच्चों की हाजिरी लगाएं। दरअसल कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते वे यूपी के सभी स्कूलों में ऑफलाइन क्लास बंद कर दी गई थी। सभी विद्यालयों को आदेशित किया गया था कि ऑनलाइन क्लास ही चलाई जाएंगी। 


अप्रैल के पहले हफ्ते यह फैसला तर्कसंगत था। क्योंकि तब तक प्रदेश और गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस के कम मरीज मिल रहे थे। लेकिन पिछले तीन हफ्ते से संक्रमितों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पूरे प्रदेश का बुरा हाल है। गौतमबुद्ध नगर में हर चौथा व्यक्ति संक्रमित है। कई बड़ी सोसाइटी और हाई राइज बिल्डिंग में पूरा परिवार कोरोना से पीड़ित है। सब मानसिक दबाव में हैं। कोरोना की वजह से परिस्थितियां बदतर हो गई हैं। ऐसे में निवासी बच्चों की ऑनलाइन क्लास के उलझन में अलग से फंसे हैं। 

लेकिन अब अभिभावक इस पर आवाज उठाने लगे हैं। उनका कहना है कि जब तक हालात इससे ठीक न हो जाएं, तब तक बच्चों पर ऑनलाइन क्लास के लिए दबाव न बनाया जाए। पत्रकार रोहित सरदाना ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय और गौतमबुद्ध नगर जिला अधिकारी को टैग करते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा है, “आस पास लगभग हर घर में कोरोना से पीड़ित कोई न कोई है. किसी किसी घर में तो बच्चे और माता-पिता सब बीमार हैं. लेकिन नॉएडा के स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चल रही हैं. जान बचाएँ या स्कूल में हाजरी लगाएँ?”

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