पूनम पांडे की मौत की खबर निकली फर्जी : सर्वाइकल कैंसर को आप ऐसे ही न करें नजरअंदाज, जान लीजिए इसके कारण, लक्षण और उपचार

नोएडा | 4 महीना पहले | Jyoti Karki

Tricity Today | इंस्टाग्राम हैंडल से किया साझा 



Noida News : लाखों दिलों पर राज करने वाली पूनम पांडे (Poonam Pandey) की मौत की खबर के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। मात्र 32 साल की उम्र में पूनम पांडे का यूं दुनिया छोड़ कर चले जाना किसी को हज्म नहीं नहीं हो रहा था। किन्तु अब पता चला है कि पूनम पांडे अभी जिंदा है। पूनम पांडे ने इंस्टाग्राम पर विडियो डालकर अपनी मौत की खबर को कैंसर अवेयरनेस फैलाने के लिए एक पब्लिसिटी स्टंट बताया है। वह एक कैंपेन चला रही थी जो की सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) से जागरूकता अभियान है। कई लोग इसे पब्लिसिटी स्टंट कह भी रहे थे, लेकिन जो हकीकत है वह महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर। जो अज्ञानता और लापरवाही के कारण एक बड़ा चिंता का विषय बनता जा रहा है। 
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भारत में सबसे ज्यादा मौतें
आपको बता दें कि भारत एक ऐसा देश है जो जहां पर सर्वाइकल कैंसर से सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। इस कैंसर का इलाज होने के बाद भी समय पर इस बीमारी का पता नहीं लग पाता है। वहीं, भारत में इस बीमारी के लिए सभी को वैक्सीन भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसकी डोज केवल प्राइवेट अस्पतालों में ही लगाई जाती है, जिसकी कीमत बहुत ज्यादा है।

बजट में वैक्सीनेशन का प्रावधान 
गुरुवार को बजट की स्पीच में निर्मला सीतारमण ने सरकार का सर्वाइकल कैंसर के लिए वैक्सीनेशन और जागरूकता अभियान को लेकर विजन भी रखा था। पूनम पांडे की मौत की खबर के बाद सर्वाइकल कैंसर पूरी देश में चर्चा का विषय बन गया। इसके बाद अलग-अलग मीडिया संस्थान इसके बारे में बात करने लगे। सर्वाइकल कैंसर के बारे में अभी तक कई लोगों को नहीं पता था। पूनम पांडे की मौत की खबर के बाद के बाद लोग इसके बारे में पढ़ने लगे सर्च करने लगे और यह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा।

इंस्टाग्राम हैंडल से किया साझा 
पूनम पांडे के इंस्टाग्राम हैंडल से एक पोस्ट की गई है, जिसमें लिखा गया है कि "मैं आप सभी के साथ एक महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करना चाहती हूं, मैं अभी जिंदा हूं, सर्वाइकल कैंसर मुझ पर हावी नहीं हुआ है मैं अभी बिल्कुल ठीक हूं, लेकिन दुख की बात यह है कि हमारे देश में कई महिलाएं ऐसी हैं जो इस कैंसर से पीड़ित होती है और कई इससे पीड़ित हो कर अपनी जान गंवा चुकी हैं। अन्य कैंसरों को छोड़कर सर्वाइकल कैंसर मात्र एक ऐसा कैंसर है जिसके लिए वैक्सीन है, इसके लिए एचपीवी वैक्सीन लगाई जाती है। वह आगे लिखती हैं कि इस जागरूकता अभियान के साथ सभी लोग जुड़े और उनके बारे में सभी महिलाओं को पता हो। जिससे कि वह यह सुनिश्चित करें और समय पर अपना इलाज करा कर अपनी जान गंवाने से बचें। इस बीमारी के प्रभाव को खत्म करने का एक प्रयास करते हैं।"

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
पानी जैसा या खूनी योनि स्राव
योनि स्राव में दुर्गंध आना
यौन संबंध के बाद योनि से रक्तस्राव
मासिक धर्म के बीच में रक्तस्राव
लंबे समय तक और भारी मासिक धर्म
पैरों में सूजन
पेल्विक हिस्से, लेग्स और बेक पेन

सर्वाइकल कैंसर क्या होता है?
​WHO के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है। गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय को योनि से जोड़ती है। सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है। गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर होने से पहले, गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाएं 'डिसप्लेसिया' नामक परिवर्तनों से गुजरती हैं, जिसमें गर्भाशय ग्रीवा के ऊतकों में असामान्य कोशिकाएं दिखाई देने लगती हैं। ऐसे में समय के साथ यदि इसका इलाज नहीं किया गया तो असामान्य कोशिकाएं कैंसर कोशिकाएं बन सकती हैं और बढ़ने लगती हैं। साथ ही गर्भाशय ग्रीवा और आसपास के क्षेत्रों में अधिक गहराई तक फैल जाती हैं।

कैसे होता है
सर्वाइकल कैंसर होने का मुख्य कारण ह्यूमन पेपिलोमा वायरस(HPV) होता है। इस वायरस के संक्रमण के कारण सर्वाइकल कैंसर होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। माना जाता है कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने पर ये फैलता है। इस बीमारी में गर्भाशय ग्रीवा यानी सर्विक्स के सेल्स पर असर होता है।

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