ईडी के सामने पेश नहीं हुई नोएडा के पूर्व सीईओ : मोहिंदर सिंह को जारी होगा दूसरा नोटिस, पासपोर्ट जब्त करने की है तैयारी

नोएडा | 19 घंटा पहले | Lokesh Chauhan

Tricity Today | Mohinder Singh



Noida/Lucknow : नोएडा में हैसिंडा प्राेजेक्ट भूमि घोटाले में जांच के दायरे में आए पूर्व आईएएस व नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह नोटिस जारी होने के बाद बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं हुए। उन्होंने ईडी को न तो नोटिस का कोई जवाब दिया, न ही कोई संपर्क किया। ईडी अब पूछताछ के लिए उन्हें दूसरा नोटिस जारी करेगा। मोहिंदर सिंह के देश छोड़ने की संभावना के चलते ईडी ने उनका पासपोर्ट जब्त किए जाने की भी तैयारी शुरू कर दी गई है।

लखनऊ में होना था ईडी के सामने पेश 
ईडी ने मोहिंदर सिंह को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुधवार सुबह 11 बजे लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय बुलाया था। सूत्रों के मुताबिक मोहिंदर ने ईडी के अधिकारियों को न कोई जवाब भेजा न ही पेश न हो पाने की कोई वजह बताई है। अब उनको दोबारा समन भेजा जाएगा। फिर भी यदि वह पेश नहीं हुए, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ईडी ने हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (एचपीपीएल) के लोटस-300 प्रोजेक्ट के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले में 17 व 18 सितंबर को छापेमारी की थी। इसमें एचपीपीएल व क्लाउड नाइन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रहे सुरप्रीत सिंह सूरी, विदुर भारद्वाज, निर्मल सिंह, आदित्य गुप्ता, आशीष गुप्ता और नोएडा अथारिटी के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोहिंदर सिंह व अन्य के 12 ठिकाने शामिल थे।

करोड़ों रुपये के हीरे, जेवरात हुए थे बरामद 
छापेमारी में मोहिंदर सिंह के आवास व लाकर से संपत्तियों से जुड़े कई दस्तावेज मिले थे। इनमें चंडीगढ़ स्थित कई महंगी संपत्तियां हैं। एचपीपीएल को लीज पर दी गई जमीन व संपत्तियों को लेकर उनसे पूछताछ की जानी थी। छापेमारी में करोड़ों रुपये के हीरे, नकदी और जेवरात ईडी को मिले थे। इसके अलावा अन्य बिल्डरों के ठिकानों से भी ईडी को करोड़ों रुपये के हीरे, जेवरात और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले थे। 

माेहिंदर के कार्यकाल में आवंटित हुई थी जमीन 
ईडी की जांच में सामने आया है कि नोएडा अथॉरिटी में सीईओ रहते हुए मोहिंदर सिंह के कार्यकाल में ही हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को करीब 67 हजार वर्ग मीटर भूमि अपार्टमेंट बनाने के लिए दी गई थी। बाद में हैसिंडा ने इसमें से 27 हजार वर्ग मीटर भूमि दूसरे बिल्डर को 236 करोड़ रुपये में बेचकर पूरी रकम हड़प ली थी और अथॉरिटी को कोई भुगतान नहीं किया था।

विजीलेंस को भी है माहिंदर सिंह की तलाश 
बता दें, मोहिंदर सिंह की तलाश विजिलेंस को भी है। स्मारक घोटाले में उनसे पूछताछ के लिए चंडीगढ़ स्थित आवास पर दो वर्ष पूर्व नोटिस भेजा गया था, लेकिन आस्ट्रेलिया में होने के कारण वह विजीलेंस के सामने पेश नहीं हुए थे। हालांकि पिछले सप्ताह जब ईडी ने उनके आवास पर छापा मारा तो वह घर पर मौजूद मिले थे। अब विजिलेंस भी मोहिंदर सिंह को फिर पेश होने के लिए नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है।

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