कवि सम्मलेन : नोएडा की विकिपीडिया कहे जाने वाले विनोद शर्मा ने समाज पर सुनाई कविता, कहा- बदलाव की जरूरत

नोएडा | 10 महीना पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | नोएडा की विकिपीडिया कहे जाने वाले नोएडा की विकिपीडिया कहे जाने वाले विनोद शर्मा ने समाज पर सुनाई कविताविनोद शर्मा ने समाज पर सुनाई कविता



Noida News : सांस्कृतिक चेतना को समर्पित संस्था नई पहल के द्वारा काव्य संगोष्ठी "कविता इंद्रधनुष" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन जीनी वैलनेस प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तर में हुआ। इस कार्यक्रम के दौरान नोएडा की विकिपीडिया कहे जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार और कवि विनोद शर्मा ने अपनी कविताओं से वर्तमान समाज की हालत का विवरण किया है। शिक्षाविद, उद्योगपति और कविता प्रेमी जितेंद्र मिश्र के संयोजन व हास्य कवि विनोद पाण्डेय के संचालन किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सर्वश्री बाबा कानपुरी, मोहन द्विवेदी, विनोद शर्मा, नेहा वैद्य, गीता भारद्वाज, अरुण चंद्र राय, कुलदीप बरतरिया और मानसी सिंह ने शानदार काव्य-पाठ किया।

कुलदीप बरतरिया ने लूटी वाहवाही
मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी एवं कविता प्रेमी एसके द्विवेदी की उपस्थिति रही l नई पहल के द्वारा आयोजित इस काव्य-संगोष्ठी में हास्य, व्यंग्य, ओज, करुणा, प्रेम जैसे विषयों के साथ-साथ मानवीय संवेदनाओं और पर्यावरण जैसे विषयों पर भी कविताएं पढ़ी गई। कार्यक्रम की शुरुआत नेहा वैद्य द्वारा पढ़ी सरस्वती वंदना से हुई l उसके बाद युवा कवि कुलदीप बरतरिया ने मां पर एक बेहतरीन कविता और मुक्तक सुना कर वाहवाही लूटी l 

नेहा वैद्य ने अपनी कविताओं से महफ़िल लूटी
एक ओर गीता भारद्वाज जी ने अपनी कविताओं से राष्ट्रवाद रंग बिखेरा तो दूसरी तरफ वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि विनोद शर्मा ने मानवीय संवेदनाओं को झकझोरती हुई बेहतरीन कविताएं पढ़कर श्रोताओं को वर्तमान समाज के हालत का यथार्थ चित्रण कराया l सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार अरुण चंद्र राय ने “ताला” जैसे विषय पर अद्भुत कविता पढ़कर सभी का मन मोह लिया। अरुण की कविता समाज के शोषित और वंचित लोगों की आवाज़ बनकर श्रोताओं को सोचने पर बाध्य कर रहीं थी l उसके बाद कवयित्री नेहा वैद्य ने तो अपनी कविताओं से महफ़िल ही लूट लीं l चाहे मौसम और पर्यावरण पर उनका गीत हो, चाहे श्रृंगार रस में ओत-प्रोत सुमधुर गीत l 

कवि मोहन द्विवेदी की “ललुआ इंटर पास हो गया” ने बांधा समां 
देश के वरिष्ठ व्यंग्य कवि मोहन द्विवेदी ने कई रंग की कविताएं प्रस्तुत की साथ ही उनकी रचना “ललुआ इंटर पास हो गया” सबको खूब पसंद आई। मानसी सिंह ने  देशभक्ति रचनाओं का पाठ किया और अपनी कुछ व्यंग्य कविताओं का भी वाचन किया l संचालन कर रहे हास्य कवि विनोद पाण्डेय ने अपनी कविताओं से सबको खूब हंसाया l बीच-बीच में उनकी टिप्पणियां श्रोताओं को जोड़कर रखने में सक्षम थी।

कवियों ने खूब तालियां बजाई
उनकी कविता “मंत्री जी आने वाले है” एक बेहतरीन व्यंग्य रचना के रूप में सबको खूब लुभा रही थी l खूब तालियां बजी। अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुप्रसिद्ध हास्य कवि बाबा कानपुरी ने हास्य व्यंग्य कुंडलिया पढ़कर सबको लोटपोट करा दिया। उनकी सामयिक व्यंग्य रचना सभी को खूब पसंद आई, जिसमें वो बच्चों को नेता बनने की बात कह रहे थे l इस धारदार व्यंग्य कविता के बाद एक खूबसूरत गजल से उन्होंने कार्यक्रम का समापन किया और इस कविता इंद्रधनुष की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

इन कवियों ने लिया हिस्सा 
मुख्य अतिथि एसके द्विवेदी ने कहा कि कविता समाज को जोड़ने का काम करती है। इसलिए कवि सम्मेलनों का आयोजन आवश्यक है l उन्होंने नई पहल को इस आयोजन के लिए बधाई प्रेषित की। अंत में संयोजक जितेंद्र मिश्रा और नई पहल के संस्थापक सदस्य विनोद शर्मा ने सभी कवियों और श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में शहर के और कई गणमान्य लोग उपस्थिति रहें। जिसमें लोकेश त्रिपाठी, गिरीश मिश्रा, सुभाष पाण्डेय, मुकुल बाजपेयी, ममता शर्मा और समीर पाण्डेय आदि शामिल है l

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