Greater Noida News : यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहें हैं। 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर होने वाले सड़क हादसों का मुख्य कारण वाहन चालकों को झपकी आना और ओवर स्पीड यानी तेज गति है। यह बात यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत खुलासा किया है। साल 2023 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसों में औसतन 4 दिनों में एक व्यक्ति की मौत हुई हैं।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसों का विश्लेषण
वर्ष 2012 से वर्ष 2023 तक यमुना एक्सप्रेस-वे पर 7,625 हादसे हुए। जिनमें 3,364 हादसे झपकी लगने से हुए और 1,304 हादसे ओवर स्पीड के कारण हुए। इन हादसों में 1,320 लोगों की मौत हुई। घायलों की संख्या 11,168 थी। वर्ष 2023 में यमुना एक्सप्रेस-वे से लगभग 3 करोड़ वाहन निकले और यदि वर्ष 2012 से 2023 तक यमुना एक्सप्रेस-वे से निकले वाहनों की संख्या देखें तो वह 23,21,49,852 थी, वाहनों की संख्या बताती है कि यमुना एक्सप्रेस-वे कितना अहम है।
व्यवस्था में सुधार की जरूरत
वरिष्ठ अधिवक्ता जैन ने बताया कि पिछले 12 वर्षों के यमुना एक्सप्रेस-वे के सड़क हादसों का मुख्य कारण क्या है? जिसका कारण झपकी आना निकलकर आया है। इसके लिए कोई समाधान निकालना चाहिए ताकि इस कारण से होने वाले हादसों में कमी आ सके। देर रात वाहनों के आवागमन को भी कम करें और चालकों को सड़क हादसों के लिए जागरूक होना चाहिए। यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो शीघ्र ही सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका प्रस्तुत करेंगे।