उन्नाव : रिटायर्ड IAS अफसर सूर्य प्रताप सिंह पर मुकदमा दर्ज, ट्विटर पर गंगा में बहते शवों का वीडियो किया था पोस्ट

उन्नाव | 3 साल पहले | Seemee Kaul

Google Image | रिटायर्ड IAS अफसर सूर्य प्रताप सिंह पर मुकदमा दर्ज हुआ



अभी हाल ही मे गंगा नदी में बहते शवों का वीडियो और तस्वीरें ट्वीट करना रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह को भारी पड़ गया। उन्नाव पुलिस ने रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ महामारी एक्ट, आपदा प्रबंधन एक्ट व आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह द्वारा किया गया ट्वीट समाज के लिए ठीक नही है। और तो और, पुलिस ने उन पर ट्वीट के माध्यम से जन मानस को भड़काने के प्रयास का आरोप भी लगाया है।

रिटायर्ड आईएएस ने हाल ही में गंगा नदी में उतरते शवों का वीडियो और कुछ तस्वीरें ट्वीट की थी। उन्होंने उन्नाव जिले का एक वीडियो ट्वीट करते हुए उस पर लिखा था उन्नाव में गंगा के किनारे दफनाई गयी लाशें हिन्दुओं की हैं जिनका अंतिम संस्कार ग़रीबी के कारण वैदिक रीति रिवाज़ से नहीं हो सका। मौत के असली आंकड़े भी इन हिन्दू कब्रों में ही दफ़न हो गए। योगी सरकार की नाकामी के शिकार इन निर्दोषों की मौत में सकारात्मकता कहां से खोजें मोदी जी जिसके बाद एसपी सिंह का ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।

सूर्य प्रताप सिंह ने एक और ट्वीट में लिखा था। की 67 शवों को योगी सरकार ने गंगा के तट पर जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफन किया है। शवों का अंतिम संस्कार हिन्दू रीति रिवाज से न करना हिंदुओ के लिए कलंक जैसा है। यूपी का यह योगी मॉडल जीवित को इलाज नहीं, मृतक का अंतिम संस्कार नहीं।

उन्नाव पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज होने के बाद रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने फिर आज ट्विटर पर ये पोस्ट किया उन्नाव में मेरे ऊपर गंभीर धाराओं में एक और मुक़दमा दर्ज कर दिया गया है। उन्नाव पुलिस का कहना है की तैरती लाशों पर मेरे द्वारा किया गया ट्वीट भ्रामक है। योगी जी ने दो दिन में लगातार दो मुक़दमे तोहफ़े में दिए हैं। ये यूपी मॉडल की पोल खोलने का इनाम है।