Uttar Pradesh : कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज दोपहर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखीमपुर खीरी जाएंगे। दोपहर करीब 1:00 बजे वह लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। उनका काफिला दिल्ली एयरपोर्ट के लिए निकल चुका है। मगर यूपी शासन ने आईजीआई एयरपोर्ट अथॉरिटी से उन्हें लखनऊ नहीं आने देने को कहा है। हालांकि लखीमपुर में शांति-व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन और शासन ने उन्हें जिले में जाने की अनुमति नहीं दी है। मगर थोड़ी देर पहले राहुल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि वह हर हाल में पीड़ित परिवारों से मिलेंगे।
राहुल गांधी ने कहा, प्रशासन ने धारा 144 का हवाला देकर हमें आने से रोका है। हम सिर्फ तीन लोग जाएंगे। हमारे साथ भीड़ नहीं होगी। उनकी इस घोषणा के बाद से शासन और लखनऊ पुलिस पूरी तरह सतर्क हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। शासन का पूरा प्रयास है कि राहुल गांधी के साथ पूरे डेलीगेट को एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया जाए। लखीमपुर खीरी जाने की जिद पर अड़ी कांग्रेस की यूपी प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को भी सीतापुर में हाउस अरेस्ट किया गया है। उन्हें एक गेस्ट हाउस में रखा गया है। उनकी रिहाई की मांग को लेकर भी आज कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गेस्ट हाउस के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
एयरपोर्ट से वापस भेजेंगे
इस पूरे मामले पर लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा, ‘राहुल गांधी ने शासन से सीतापुर और लखीमपुर जाने की अनुमति मांगी थी। हमें अवगत कराया गया है कि शासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। शासन ने दिल्ली एयरपोर्ट के अधिकारियों से भी कहा है कि उन्हें लखनऊ आने न दें। फिर भी अगर वे (राहुल गांधी) लखनऊ आते हैं, तो हमलोग हवाईअड्डे पर ही उनसे मिलकर आग्रह करेंगे कि वे सीतापुर या लखीमपुर खीरी न जाएं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘सीतापुर के एसी और डीएम ने हमें लिखित रूप से अवगत कराया है कि वहां प्रियंका गांधी हैं। राहुल गांधी, कांग्रेस कार्यकर्ताओं, नेताओं के आने से कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है। उन्होंने भी आग्रह किया है कि किसी भी परिस्थिति में राहुल गांधी को सीतापुर न आने दिया जाए।’
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कही ये बात
विपक्षी दलों के लखीमपुर खीरी जाने की जिद पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, लखीमपुर आपको जाना है, कुछ दिन बाद चले जाइएगा। आप पीड़ि परिवारों से मिलें, इसमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन माहौल बिगाड़ने के लिए ईजाज़त नहीं दी जाती। क़ानून के मुताबिक कार्रवाई हो रही है।’ लखनऊ के एडीजी एसएन सबत ने कहा, ‘इस मामले में कार्रवाई चल रही है। हमारे पास तमाम तस्वीरें और रिकॉर्ड हैं। अगर किसी के पास वास्तविक और अन्य तस्वीर है, तो वो हमें उपलब्ध कराएं। ताकि जांच में इसका इस्तेमाल किया जा सके।