Tricity Today | बैठक करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
कोरोना महामारी का कहर अभी थमा भी नहीं था, कि ब्लैक फंगस नाम की बीमारी ने जनजीवन को फिर खतरे में डाल दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार इससे निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। उन पर सख्ती से अमल किया जा रहा है। गुरुवार को अफसरों के साथ हुई अहम बैठक के बाद सीएम योगी ने कहा कि ब्लैक फंगस की दवाई हर जनपद में उपलब्ध करा दी गई है। निजी अस्पतालों में भी इस बीमारी का इलाज करा रहे मरीज संबंधित मंडलायुक्त को आवेदन देकर दवा हासिल कर सकते हैं।
दरअसल कोरोना से ठीक होने वाले मरीज ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं। राजस्थान सरकार ने इसे महामारी घोषित किया है। जबकि राजधानी दिल्ली में इसे महामारी घोषित करने पर मंथन किया जा रहा है। यूपी सरकार इस बीमारी को लेकर सतर्क-सावधान है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं रोजाना इस नई मुसीबत के बारे में अपडेट ले रहे हैं। अफसरों को पूरी तरह तैयार रहने का आदेश दिया गया है। इससे निपटने में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जा रही है।
हर जनपद में उपलब्ध है
गुरुवार को उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड कुछ रोगियों में ब्लैक फंगस का संक्रमण देखने में आ रहा है। उन्होंने ब्लैक फंगस से प्रभावित लोगों के इलाज की पूरी व्यवस्था करने का आदेश दिया। साथ ही सभी जनपदों में ब्लैक फंगस के उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। अफसरों ने बताया कि ब्लैक फंगस के उपचार की दवाएं हर जनपद में उपलब्ध करा दी गई हैं।
मंडलायुक्त को देना होगा आवेदन
निजी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज करा रहे रोगी भी सम्बन्धित मण्डलायुक्त को प्रार्थना पत्र देकर दवा प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा निजी अस्पतालों में ब्लैक फंगस का उपचार करा रहे रोगियों की पूरी केस हिस्ट्री तथा लाइन ऑफ ट्रीटमेंट की जानकारी हासिल कर विशेषज्ञों को उपलब्ध करायी जाए। इससे इस नए संक्रमण के उपचार के लिए बेहतर रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।