ग्रेटर नोएडा में फिर लगने वाला है कारों का मेला, इन बातों को जान लेंगे तो मजा हो जाएगा कई गुना

Indian Auto Expo 2023 : ग्रेटर नोएडा में फिर लगने वाला है कारों का मेला, इन बातों को जान लेंगे तो मजा हो जाएगा कई गुना

ग्रेटर नोएडा में फिर लगने वाला है कारों का मेला, इन बातों को जान लेंगे तो मजा हो जाएगा कई गुना

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा में एक बार फिर इंडियन ऑटो एक्सपो-2023 (Indian Auto Expo 2023) का आयोजन होने जा रहा है। शहर के मशहूर इंडिया एक्सपोमार्ट सेंटर में 13 जनवरी से कारों का यह मेला शुरू होगा। चार दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में एक से बढ़कर एक खूबसूरत, लग्जरी और नई-नई तकनीकों वाली कारें पेश की जाएंगी। दोपहिया, तिपहिया और बड़े वाहन भी देखने को मिलेंगे। आम आदमी के लिए 13 जनवरी से यह 'मेगा शो' खोल दिया जाएगा। अगर आप ग्रेटर नोएडा जाकर दुनिया भर की एक से बढ़कर एक कारों को देखना चाहते हैं तो कुछ बातों को जान लेना लाजमी है। इससे आपकी समझ बढ़ेगी और ऑटो एक्सपो को देखने में मजा कई गुना बढ़ जाएगा।

वाहनों का उत्पादन और निवेश बढ़ा
साल 2021 के दौरान भारत में 2,26,50,000 वाहनों का उत्पादन किया गया। अप्रैल-अक्टूबर 2021 के बीच 1.30 करोड़ वाहनों का उत्पादन किया गया था। दरअसल, देश में मध्यम वर्ग तेजी से बढ़ रहा है। आबादी का एक बड़ा हिस्सा युवा है, जो दोपहिया वाहन बाजार में हावी है। इसके अलावा, कंपनियां ग्रामीण बाजारों की खोज में लगी हैं। इस दिलचस्पी ने इस क्षेत्र के विकास में और सहायता की है। भारत एक प्रमुख ऑटो निर्यातक भी है। इन निर्यातकों को निकट भविष्य में मजबूत निर्यात वृद्धि की उम्मीद है। भारत सरकार और भारतीय बाजार में प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने कई पहल की हैं। इस साल भारत को दुनिया के दोपहिया और चौपहिया वाहनों के बाजार में अग्रणी बनाने की उम्मीद है।

ऑटो बाजार का आकार
कैलेंडर वर्ष 2021 के दौरान सभी सेगमेंट में वृद्धि देखी गई। जनवरी-दिसंबर 2020 में 17.47 मिलियन यूनिट की बिक्री हुई थी। जिसकी तुलना में 2021 में कुल बिक्री 5.8% बढ़कर 18.49 मिलियन यूनिट हो गई। 2021 में कुल यात्री वाहनों का उत्पादन 22.65 मिलियन तक पहुंच गया। घरेलू भारतीय ऑटो बाजार में दुपहिया और यात्री वाहनों की बहुतायत है। पैसेंजर कारों की बिक्री में छोटी और मध्यम आकार की कारों का दबदबा है। वित्त वर्ष 2021 में 17.8 मिलियन से अधिक वाहनों की संयुक्त बिक्री के लिए दोपहिया और यात्री कारों की क्रमशः 81.21% और 14.56% बाजार हिस्सेदारी है।

लक्ज़री कारों का बिक्री 19.7% बढ़ी
दिसंबर 2021 में लक्ज़री कार बाजार में 2,259 इकाइयों की बिक्री दर्ज की गई, जो 19.7% वार्षिक वृद्धि है। जिसमें मर्सिडीज बेंज सबसे अधिक बिकने वाली लक्ज़री कार निर्माता है। जनवरी 2022 में यात्री वाहनों, तिपहिया वाहनों, दोपहिया वाहनों और क्वाड्रिसाइकिलों का कुल उत्पादन 18,60,809 इकाइयों तक पहुंच गया।

ऑटो सेक्टर में निवेश
बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कई ऑटो निर्माताओं ने पिछले कुछ महीनों के दौरान उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में भारी निवेश किया है। उद्योग ने अप्रैल 2000 से सितंबर 2021 के बीच 30.78 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश इक्विटी प्रवाह (एफडीआई) हुआ है, जो इस अवधि के दौरान कुल इक्विटी का 5.49% है। फरवरी 2022 में राज्य भर में 1,000 फास्ट चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए कर्नाटक की इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी एथर एनर्जी और इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनियों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।

सेक्टर में हुए कई बड़े निवेश
फरवरी 2022 में टाटा पावर और अपोलो टायर्स लिमिटेड ने पूरे भारत में 150 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की। जनवरी 2021 में प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता अशोक लेलैंड ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सक्षम स्वायत्त वाहनों को विकसित करने के लिए मशहूर कंपनी ऐड्रीवर्स के साथ काम शुरू किया है। टू-व्हीलर ईवी मेकर एचओपी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और रेज पावर इंफ्रा का डायवर्सिफाइड बिजनेस वेंचर आया है। यह वेंचर अपनी ईवी विनिर्माण क्षमता का विस्तार करने के लिए अगले दो वर्षों में 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।

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