Baghpat News : बागपत जिले के पांची-चमरावल रोड पर प्राइवेट स्कूल में गुरुवार को महज 6 साल के छात्र आयुष की मौत हो गई थी। आयुष अपनी स्कूल बस के नीचे कुचल गया था। जांच में पता लगा कि रॉयल कॉन्वेंट स्कूल के प्राइमरी सेक्शन को मान्यता नहीं थी। अब बागपत के जिलाधिकारी राजकमल यादव ने गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयलों की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जिले के लोग ऐसे फर्जी स्कूलों के बारे में इन नंबरों पर कॉल करके जानकारी दे सकते हैं।
इन नंबरों पर दें फर्जी स्कूलों की सूचना
बागपत के सूचना अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी राजकमल यादव ने जनपद वासियों से आह्वान किया है कि आसपास अगर कहीं गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालित है तो उसकी सूचना सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे के मध्य मोबाइल नंबर 7310534078 और 9068530478 पर दे सकते हैं। डीएम ने कहा कि सूचना देने वाले का नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा। जो विद्यालय जनपद में अवैध रूप से संचालित हैं और जो निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 की धारा 18(5) का अनुपालन नहीं करते हैं, उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे स्कूलों को बंद करेंगे : डीएम
डीएम राजकमल यादव ने कहा, "ऐसे स्कूलों को चिन्हित करके तत्काल कार्रवाही की जाएगी। मैंने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जिले के लोगों से अपील है कि कृपया ऐसे स्कूलों को चिन्हित कराने में जिला प्रशासन का सहयोग करें। जिससे सही विद्यालय में बच्चे सही शिक्षा ग्रहण कर सकें। बच्चे सुरक्षित रहें।"
क्या है पूरा मामला
बागपत में खेकड़ा क्षेत्र के पांची गांव में रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज है। यहां 6 साल के छात्र आयुष की मौत के मामले में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवही सामने आई है। इस स्कूल में बिना मान्यता के नर्सरी सेक्शन और कक्षा एक से पांच तक प्राइमरी स्कूल चल रहा है। इस स्कूल को लेकर खेकड़ा के खंड शिक्षा अधिकारी ने हमेशा ओके रिपोर्ट दी है। इससे जाहिर होता है कि खंड शिक्षा अधिकारी की स्कूल मैनेजमेंट से मिलीभगत थी। स्कूल को कक्षा 6 से कक्षा 8 तक मान्यता है। कक्षा 1 से कक्षा 5 तक बिना मान्यता स्कूल कैसे चल रहा था? लोगों का आरोप है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सेटिंग-गेटिंग से चल रहा था।
स्कूल का मालिक और ड्राइवर गिरफ्तार, जेल भेजे गए
पहली कक्षा के छात्र आयुष की मौत मामले में बागपत पुलिस ने स्कूल प्रबंधक एसबी यादव और ड्राइवर रामकिशन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। गाजियाबाद के बाद बागपत में हुई स्कूली बच्चे की मौत पूरे यूपी में चर्चा का विषय बनी हुई है।