बसपा नेता को पीटने के मामले में बाहुबली गुड्डू पंडित बरी, बोले- सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं

बागपत से बड़ी खबर : बसपा नेता को पीटने के मामले में बाहुबली गुड्डू पंडित बरी, बोले- सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं

बसपा नेता को पीटने के मामले में बाहुबली गुड्डू पंडित बरी, बोले- सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं

Google Image | पूर्व विधायक गुड्डू पंडित

Baghpat News : पूर्व विधायक श्री भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित के छोटे भाई ने करीब 13 साल पहले 2014 में बागपत सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव प्रचार के दौरान कार्यालय में बसपा नेता से हुई मारपीट के मामले में अदालत ने शनिवार को गुड्डू पंडित समेत दो लोगों को दोषमुक्त कर दिया है। एक आरोपी की केस के ट्रायल के दौरान दौरान मौत हो चुकी है।

यह है पूरा मामला 
बुलंदशहर जिले की डिबाई विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे गुड्डू पंडित के भाई मुकेश पंडित ने वर्ष 2009 में बागपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। 30 मई 2009 को कार्यालय में बहुजन समाज पार्टी के पूर्व लोकसभा अध्यक्ष डा.महेंद्र सिंह कश्यप के साथ मारपीट हुई थी। पीड़ित नेता ने उस वक्त आरोप लगाया था कि गुड्डू पंडित ने उन पर अशोभनीय टिप्पणी की। विरोध करने पर तत्कालीन विधायक ने उनका गिरेबान पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद गुड्डू पंडित के सहयोगी प्रवीण शर्मा, बबलू और गार्ड ने लाठी व स्टेनगन से पिटाई की। इससे वह बेहोश हो गए थे। बागपत पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की थी। तीनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।

सीजेएम अदालत में चल रही थी मामले की सुनवाई 
महेंद्र सिंह कश्यप की शिकायत पर पुलिस ने पूर्व विधायक गुड्डू पंडित, प्रवीण शर्मा और बबलू कौशिक के खिलाफ एक एनसीआर दर्ज की थी। मामले की सुनवाई बागपत की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रीति सिंह की अदालत में चल रही थी। अधिवक्ता अतुल प्रशांत त्यागी का कहना है कि अदालत में केस के विचारण के दौरान प्रवीण शर्मा की मौत हो गई। पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिलने पर गुड्डू पंडित और बबलू कौशिक को शनिवार को दोषमुक्त किया गया है। अदालत का फैसला आने के वक्त पूर्व विधायक गुड्डू पंडित अदालत में हाजिर रहे। उन्होंने कहा कि यह फर्जी मुकदमा राजनीति से प्रेरित था। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं हो सकता है।

गुड्डू नोएडा के निवासी, बुलंदशहर से दो बार रहे विधायक
पूर्व विधायक गुड्डू पंडित मूल रूप से नोएडा में गिझौड गांव के रहने वाले हैं ल। वह दो बार बुलंदशहर की डिबाई विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। उनके छोटे भाई मुकेश शर्मा बुलंदशहर की ही शिकारपुर सीट से विधायक रहे हैं। गुड्डू पंडित पहले वर्ष 2007 से 2012 और फिर 2012 से 2017 तक विधायक रहे हैं। वह पहली बार बहुजन समाज पार्टी से और दूसरी बार समाजवादी पार्टी से विधायक रहे। 2017 में समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। अंततः 2017 का विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर लड़ा लेकिन वह चुनाव हार गए। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने किस्मत आजमाई, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी।

गुड्डू पंडित का विवादों से है पुराना रिश्ता
पूर्व विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित का विवादों से पुराना रिश्ता है। वह सबसे पहले पूर्व मंत्री और बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी से जुड़े कवित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड से सुर्खियों में आए। इसके बाद आगरा के शीतल बिरला प्रकरण में वह विवादों में घिरे रहे। बुलंदशहर में उनके खिलाफ मारपीट करने, आचार संहिता का उल्लंघन करने और निषेधाज्ञा का अनुपालन नहीं करने के करीब आधा दर्जन मुकदमे पुलिस ने दर्ज किए हैं। गुड्डू पंडित के खिलाफ ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर हुड़दंग मचाने और बर्थडे पार्टी का आयोजन करने के आरोप में भी करीब 2 साल पहले एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

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