कार साफ नहीं की तो छात्र को हेडमास्टर ने पीटा, बीएसए ने किया सस्पेंड, मेज पर पांव रखकर सोने की आदत

Baghpat News : कार साफ नहीं की तो छात्र को हेडमास्टर ने पीटा, बीएसए ने किया सस्पेंड, मेज पर पांव रखकर सोने की आदत

कार साफ नहीं की तो छात्र को हेडमास्टर ने पीटा, बीएसए ने किया सस्पेंड, मेज पर पांव रखकर सोने की आदत

Tricity Today | मेज पर पांव रखकर सोता हेडमास्टर

Baghpat News : बागपत जिले में बड़ौत कस्बे के पास बड़का गांव के प्राइमरी स्कूल में विवादित टीचर हारून अली को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सस्पेंड कर दिया है। हारून अली पर एक अभिभावक ने गंभीर आरोप लगाए थे। अभिभावक ने डीएम और बीएसए को पत्र लिखकर बताया कि उनके बेटे से अध्यापक ने कार धोने के लिए कहा। जब बच्चे ने मना किया तो उसे पेन से हमला करके घायल कर दिया था। जांच में आरोप सही पाए गए और हारून अली को सस्पेंड कर दिया गया है। आपको बता दें कि पिछले दिनों इस अध्यापक के कुछ फोटो वायरल हुए थे, जिनमें वह मेज पर पांव रखकर सो रहे थे। क्या है पूरा मामला
बड़का गांव के रहने वाले राकेश कुमार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की। बताया कि उनका बेटा कम्पोजिट विद्यालय बड़का में कक्षा 6 का छात्र है। इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक हारून अली का व्यवहार बेहद अशोभनीय है। हारून अली ने वंश को अपनी गाड़ी साफ करने के लिए कहा। वंश ने गाड़ी साफ करने से मना कर दिया। इससे हारून अली कुपित हो गए और उन्होंने पेन से छात्र के सिर और माथे पर हमला किया। शर्ट का कॉलर पकड़कर उठाया और पटक दिया। मुंह पर थूका और गाली-गलौज किया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने प्रधानाध्यापक हारून अली को सस्पेंड कर दिया है।

हारून अली के वीडियो और फोटो हुए थे वायरल
इस विद्यालय के हेड मास्टर हारून अली पिछले काफी दिनों से विवादों के दायरे में हैं। करीब 2 सप्ताह पहले हारून अली के कुछ फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। एक फोटो में हारून अली मेज पर पांव रखकर सोते हुए दिख रहे थे। दूसरे वीडियो में वह अपने कार्यालय में कपड़ा बिछाकर सो रहे थे। तब मामले में शिक्षा विभाग और बागपत जिला प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया। हारून अली के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। हालांकि, बाद में पता चला कि हारून अली से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्पष्टीकरण मांगा था। जिसमें हेड मास्टर ने बताया कि पिछले काफी दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही है। जिसकी वजह से वह आराम कर रहे थे।

हेड मास्टर पर अभिभावकों के गम्भीर आरोप
अभिभावकों ने हेड मास्टर के इस जवाब को झूठ करार दिया था। लोगों का कहना है कि हेड मास्टर का व्यवहार खराब है। वह अपने दायित्वों का निर्वाह नहीं करते हैं। स्कूल में पढ़ाने की बजाय सोते रहते हैं। वह अवांछनीय गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। अभिभावक राकेश कुमार ने बताया कि हेड मास्टर हारून अली के खिलाफ पूर्व में भी कई अभिभावकों ने शिक्षा विभाग के अफसरों से शिकायत की थी। उन पर संज्ञान नहीं लिया गया। हेड मास्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। जिसकी वजह से उनका मनोबल लगातार बढ़ता चला गया। वह पूर्व में विद्यालय के कई छात्रों के साथ मारपीट कर चुके हैं।

'अच्छे काम' के लिए मिल चुका है गवर्नर मेडल
एक बात और काबिलेगौर है कि बड़का कम्पोजिट स्कूल के हेडमास्टर हारून अली को समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान अच्छे काम के लिए सम्मानित किया जा चुका है। बागपत के तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उनके काम की सराहना करते हुए सम्मानित करने की संस्तुति की थी। जिसके आधार पर हारून अली को गवर्नर मेडल दिया गया था। गांव के युवक अक्षय चौहान ने कहा, "हारून अली स्कूल में कभी 10 और कभी 11 बजे आते हैं। मुँह में गुटखा होता है। यह 24 घंटे राजनीतिक बातें और राजनीतिक भागदौड़ करते हैं। बच्चों को पढ़ाने से कोई मतलब हैं। स्कूल में सिर्फ सोना होता है। यह बूथ लेवल अफसर अहमद हसन के साथ मिलकर हिन्दू वोट काटते हैं। बड़ौत शहर की मुस्लिम वोट ज्यादा से ज्यादा बनाना इनका शौक है।" अक्षय आगे कहते हैं, "यह सब पता होने के बावजूद बीएसए ने हारून अली के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। क्योंकि इनकी राजनीतिक पहुँच ज्यादा है। राज्यपाल पुरुस्कार मिल चुका है और राष्ट्रपति पुरुस्कार के लिए नाम गया हुआ है।"

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