Bulandshahr News : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr) में एक चौंकाने वाली घटना में, नगर के प्रधान डाकघर के अधीक्षक टी.पी. सिंह ने सीबीआई द्वारा की गई जांच के एक दिन बाद गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के बीच हुई है। घटना से टी.पी. सिंह द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
कैसे और क्यों पड़ी थी रेड
मंगलवार को सीबीआई की एक टीम ने बुलंदशहर के प्रधान डाकघर में पहुंचकर वर्ष 2016 से अब तक के कर्मचारियों से संबंधित सभी दस्तावेजों की जांच की। यह जांच एक सेवानिवृत्त कर्मचारी की शिकायत पर की गई, जिसमें कई अन्य कर्मचारियों के भ्रमण भत्ते के बिल पास न करने का आरोप लगाया गया था। एसएसपी श्लोक कुमार ने पुष्टि की कि उन्हें सीबीआई टीम के प्रधान डाकघर पर रेड की जानकारी मिली थी, हालांकि सीबीआई ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
अधिक गांवों में डाक वितरण कराने का आरोप
जांच के दौरान, टीम ने शाखा डाकपाल पदों पर हुई नियुक्तियों, लीप टूर कन्वेंस (एलटीसी), गबन, और चार्जशीट संबंधी फाइलों की जांच की। एक सेवानिवृत्त कर्मचारी, बनवारीलाल, ने आरोप लगाया कि भ्रमण भत्ते के बिल पास करने के नाम पर रिश्वत मांगी गई थी। आपको बता दें कि सिकंदराबाद के एक डाककर्मी, सतीश, ने भी आरोप लगाया कि डाक अधीक्षक ने निर्धारित से अधिक गांवों में डाक वितरण करवाने के बाद अतिरिक्त भुगतान की राशि का आधा हिस्सा रिश्वत के तौर पर मांगा था।
सुसाइड नोट में यह लिखा
सुसाइड नोट में टी.पी. सिंह ने लिखा, "कुछ कर्मचारी गलत कार्यों के लिए दबाव बना रहे थे, इसलिए सुसाइड कर रहा हूं।" यह नोट जांच के दौरान उठे सवालों पर नया प्रकाश डालता है। साथ ही इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और डाक विभाग में हलचल मचा दी है।