टीबी का होगा जड़ से खात्मा, रोटरी क्लब 51 रोगियों को लेगा गोद

बुलंदशहर सीएमओ ने कहा- टीबी का होगा जड़ से खात्मा, रोटरी क्लब 51 रोगियों को लेगा गोद

टीबी का होगा जड़ से खात्मा, रोटरी क्लब 51 रोगियों को लेगा गोद

Tricity Today | बुलंदशहर सीएमओ ने कहा टीबी का होगा जड़ से खत्मा

Bulandshar : राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर टीबी समाप्त के लक्ष्य को प्राप्त करने एवं जनमानस को शहरों के बारे में जागरूक करने के लिए जिला अस्पताल में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। बताया गया कि रोटरी क्लब 51 टीबी रोगियों को गोद लेगी।

डॉ.विनय कुमार सिंह ने बताया
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.विनय कुमार सिंह ने बताया कि ट्यूबरक्लोसिस को आम बोलचाल की भाषा में टीबी कहते हैं। यह शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकता है, हालांकि फेफड़ों में होने वाला टीबी सबसे आम प्रकार का होता है। ट्यूबरक्लोसिस से पीड़ित मरीज जब छींकता, खासता या थूकता है तो इससे वायु में टीबी के बैक्टीरिया फैल जाते हैं। यह बैक्टीरिया कई घंटों तक हवा में जीवित रहते हैं। वह स्वस्थ व्यक्ति भी आसानी से इसका शिकार बन सकता है। 

ट्यूबरक्लोसिस कैसे लक्षणों का पता करें 
ट्यूबरक्लोसिस होने पर आप खुद में अनेक लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं। इसके लक्षणों में 2 सप्ताह से अधिक समय तक खांसी होना, सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ होना शाम के दौरान बुखार का बढ़ जाना, सीने में तेज दर्द होना अचानक से वजन घटना भूख में कमी आना, बलगम के साथ खून आना, फेफड़ों को संक्रमण होना, लगातार खांसी आना स्पष्टीकरण थकान होना, बुखार आना आदि लक्षण होते हैं।

डॉ.हेमंत रस्तोगी ने बताया
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.हेमंत रस्तोगी ने बताया कि आमतौर पर ट्यूबरक्लोसिस फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह दूसरे अंग जैसे कि गुर्दे, रीड और मस्तिष्क को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसी स्थिति में लक्षण संक्रमित अंग पर निर्भर करते हैं। कुछ मामलों में ट्यूबरक्लोसिस फेफड़ों के बाहर भी विकसित हो सकता है। इसमें छोटी ग्रंथियां हड्डियां, जोड़ पाचन तंत्र, प्रजनन प्रणाली को मस्तिष्क और अन्य शामिल हैं। डॉक्टर हेमंत ने बताया कि कुछ सक्रिय उपाय की मदद से ट्यूबरक्लोसिस के खतरे को कम कर इससे बचा जा सकता है।

टीबी से बचने के लिए उपाय
ट्यूबरक्लोसिस से बचने के लिए आप निम्न बिंदुओं का पालन कर सकते हैं। 2 हफ्तों से अधिक समय तक खांसी रहने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। ट्यूबरक्लोसिस से पीड़ित व्यक्ति के पास न जाएं और अगर जाएं तो मास्क अवश्य लगाएं। ट्यूबरकुलोसिस से पीड़ित व्यक्ति के बिस्तर रुमाल या तोलिया आदि का इस्तेमाल ना करें। अगर आपके आसपास कोई खास रहा है तो अपने मुंह को रुमाल से ढक लें और वहां से दूर हट जाएं अगर आप ट्यूबरक्लोसिस से पीड़ित मरीज से मिलने जा रहे हैं तो वापस आकर हाथ और मुंह को अच्छी तरह धोएं और कुल्ला करें।

जिले में एक्टिव टीवी मरीजों की संख्या
विटामिंस मिनरल्स कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इससे रोग प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। उन्होंने बताया कि 24 मार्च को  विश्व क्षय रोग दिवस के उपलक्ष में रोटरी क्लब द्वारा रोगियों को गोद लिया जाएगा एवं जिला अधिकारी की अध्यक्षता में पोषण वितरण किया जाएगा। प्रेस वार्ता के दौरान डॉ विवेक सिंह उप जिला क्षय रोग अधिकारी, सौरभ तेवतिया डीपीसी, श्रीमती हिमानी शर्मा डीपीपीएम, योगेश कुमार, गौरव गुप्ता लेखाकार एवं अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जनपद में 6,603 टीवी रोगी हैं। जो 2374 को गोद लिया गया है।

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