Google Image | नमाज पढ़ने के बाद 'योगी आदित्यनाथ मुर्दाबाद' और 'अतीक अहमद अमर रहे' के नारे लगे
Bihar : इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है। बिहार में जुम्मे की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने "योगी आदित्यनाथ मुर्दाबाद" के नारे लगाए हैं। इसी दौरान "अतीक अहमद अमर रहे" के नारे भी लगाए गए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी के साथ वायरल हो रहा है। वीडियो के सामने आने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में लोगों के भीतर भारी रोष है।
वीडियो :
पटना जंक्शन स्थित जामा मस्जिद के बाहर जुम्मे की नमाज पढ़ने के बाद एक समुदाय के लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुखयमंत्री @myogiadityanath
सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और #अतीक_अहमद अमर रहे शहीद अतीक अहमद के लगाए नारे pic.twitter.com/ejgWeWjOjX
जामा मस्जिद के पास की घटना
यह पूरा मामला बिहार में पटना जंक्शन के पास स्थित जामा मस्जिद के पास का है। जुम्मे की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अतीक अहमद के समर्थन में नारेबाजी की है। इसी दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी भी की है। इन लोगों ने कहा कि अतीक अहमद और अशरफ को प्लानिंग के तहत मारा गया है।
यूपी की जनता ने बिहार सरकार को बताया जिम्मेदार
इस घटना के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में भयंकर रोष व्याप्त हो गया है। लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। इस पूरी घटना का कुछ लोगों ने बिहार सरकार को जिम्मेदार बताया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए उत्तर प्रदेश की जनता जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग कर रही है। उत्तर प्रदेश की जनता का कहना है कि अगर बिहार सरकार ने इस मामले में सख्त कदम नहीं उठाया तो यूपी में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
कब और कैसे हुई अतीक अहमद की हत्या
आपको बता दें कि बीते 15 अप्रैल 2023 की देर रात को पुलिस कस्टडी के बीच अतीक अहमद और अशरफ की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। हत्या करने के बाद आरोपियों ने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। यह घटना उस वक्त की थी, जब दोनों को मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए ले जाया जा रहा था। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ से मीडियाकर्मी पूछताछ कर रहे थे। उसी दौरान तीन लोगों ने दोनों पर अंधाधुन गोली चला दी। जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के वक्त तीनों आरोपियों की जुबान पर केवल जय श्रीराम का नारा था।