कोरोना साल में बलात्कार के 28 हजार केस दर्ज, महिलाओं के साथ अपराध के 3.7 लाख मामले रिपोर्ट हुए, पढ़ें खबर

चिंताजनक : कोरोना साल में बलात्कार के 28 हजार केस दर्ज, महिलाओं के साथ अपराध के 3.7 लाख मामले रिपोर्ट हुए, पढ़ें खबर

कोरोना साल में बलात्कार के 28 हजार केस दर्ज, महिलाओं के साथ अपराध के 3.7 लाख मामले रिपोर्ट हुए, पढ़ें खबर

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New Delhi : राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Record Bureau) की तरफ से बुधवार, 15 सितंबर को जारी नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि तमाम प्रयासों के बावजूद रेप जैसे घिनौने अपराध पर लगाम नहीं लग सका है। हालांकि इसके अनेकानेक कारण हैं, मगर इस अपराध की शिकार मासूम बच्चियों से लेकर महिलाएं तक हो रही हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में देश में हर दिन औसतन बलात्कार के 77 मामले दर्ज किए गए। कुल मिलाकर पिछले वर्ष 28,046 रेप की घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। 

3,71,503 मामले दर्ज किए गए
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह संस्था देश भर में हुए अपराध के आंकड़ों का रिकॉर्ड रखती है। मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल, 2020 में देश भर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3,71,503 मामले दर्ज किए गए। हालांकि यह साल 2018, 19 से कम है। वर्ष 2019 में महिलाओं के साथ अपराध के 4,05,326 केस पंजीकृत हुए थे। उससे एक साल पहले, 2018 में 3,78,236 मामले दर्ज हुए थे। 

28 हजार से ज्यादा के साथ बलात्कार
वर्ष 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुल 28,046 मामलों में, 28,153 पीड़ितों के साथ बलात्कार की घटनाएं हुईं। जबकि पिछला पूरा साल कमोवेश कोविड महामारी की चपेट में रहा। बावजूद इसके रेप के मामले हैरान करने वाले हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक कुल पीड़ितों में 18 वर्ष से ज्यादा उम्र की 25,498 महिलाएं शामिल हैं। जबकि 18 वर्ष से कम उम्र की 2,655 बच्चियों के साथ दरिंदगी हुई। 

राजस्थान में सबसे अधिक 5,310 मामले दर्ज
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता की धारा 376 में साल 2019 में32,033, वर्ष 2018 में 33,356 और साल 2017 में 32,559 मामले दर्ज हुए थे। साल 2016 में यह संख्या 38,947 थी। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में, 2020 में राजस्थान में सबसे अधिक 5,310 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 2,769, मध्य प्रदेश में 2,339, महाराष्ट्र में 2,061 और असम में 1,657 केस पंजीकृत हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले साल, 2020 में रेप के 997 मामले दर्ज किए गए थे। 

पति और रिश्तेदारों के प्रताड़ित करने की संख्या ज्यादा
पिछले साल महिलाओं के खिलाफ कुल अपराधों में से अधिकतम 1,11,549 मामलों में पति या रिश्तेदारों ने घटनाओं को अंजाम दिया। जबकि अपहरण और फिरौती के 62,300 मामले सामने आए हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों से पता चलता है कि बलात्कार के अलावा 85,392 मामले यौन शोषण और प्रताड़ित करने से जुड़े हैं। जबकि बलात्कार करने के प्रयास" के 3,741 मामले दर्ज हुए हैं।

एसिड अटैक के 105 मामले दर्ज हुए
इसमें कहा गया है कि 2020 के दौरान देश भर में एसिड अटैक के 105 मामले दर्ज किए गए। आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में पिछले साल 7,045 पीड़ितों की जान दहेज की वजह से गई। ऐसे कुल 6,966 मामले दर्ज किए गए थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत एनसीआरबी, भारतीय दंड संहिता, देश में विशेष और स्थानीय कानूनों से परिभाषित अपराध का पंजीकृत डेटा एकत्र करने और विश्लेषण करता है।

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