Delhi : राजधानी दिल्ली में शराब की निजी दुकानें बंद होने लगी हैं। जो भी कुछ दुकानें खुली हुई है, वे खाली पड़ी हुई हैं। पुरानी नीति के तहत अब निर्धारित कीमतों पर ही शराब खरीदनी होगी। राजधानी में शराब की निजी दुकानें बंद होने लगी हैं। जो दुकानें खुली हुई भी है, वे बंद पड़ी हैं। पुरानी नीति के तहत शराब की बिक्री एक सितंबर से शुरू हो जाएगी। इसके लिए, आबकारी विभाग की निगरानी में सरकार की तरफ से चार निगम नियुक्त किए गए हैं, जो कि तैयारियों में लगे हुए हैं। पहले सप्ताह में लगभग 300 से ज्यादा दुकानें खोलने का लक्ष्य है, को महीने के अंत तक बढ़कर 500 तक हो जाएगा।
निर्धारित कीमतों पर ही खरीदनी होगी शराब
पुरानी नीति के तहत ग्राहकों को निर्धारित कीमतों पर शराब खरीदनी होगी। दरअसल, शराब पर अब किसी भी तरह का डिस्काउंट नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही सभी इलाकों की दुकानों पर शराब की कीमत ब्रांड के हिसाब से रहेगी।
कई दुकानों को जारी किया नोटिस
31 अगस्त को राजधानी दिल्ली में सभी निजी दुकानें बंद हो जाएंगी। इस लिए वेंडर केवल उतनी ही शराब उठा रहे हैं, जितनी की उन्हें एक दिन में जरुरत है। कई दुकानों को नोटिस भी भेज दिया गया हैं। जिन दुकानों को नोटिस भेजा हैं, वे दुकानें 31 अगस्त की रात को बंद हो जाएगी।
नई नीति में क्या था, जानिए
राजधानी के 272 वार्डों में 849 दुकानें खोली जानी थी, जिनमें से 600 से कम ही खुल पाईं। अभी 342 दुकानें संचालित हैं।
नई नीति में सरकार ने खुद को शराब की बिक्री से अलग कर लिया था।
निजी वेंडर को ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कीमतों में छूट और ऑफर देने का अधिकार दिया गया। ग्राहकों को एमआरपी से कम कीमत पर भी शराब बेची गई।
नाइट कल्चर के तहत देर रात तक शराब बिक्री करने की व्यवस्था की गई, हालांकि इसे लागू नहीं किया जा सका।
ग्राहकों को दुकान के अंदर जाकर पसंद की शराब खरीदने का अवसर दिया गया।
सभी दुकान एयरकंडीशन बनाए गए और जिससे ग्राहकों को शराब खरीदते वक्त बेहतर अनुभव हो।
एक सितंबर से होंगे ये बदलाव (पुरानी नीति के तहत)
शराब की बिक्री पूरी तरह सरकारी हाथों में होगी। चार निगम शराब की बिक्री करेंगे और आबकारी विभाग निगरानी करेगा। कोई छूट नहीं होगी।
राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम, दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम, दिल्ली उपभोक्ता सहकारी थोक स्टोर और दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ही शराब बेचेंगे।
सितंबर के पहले सप्ताह में 300 से अधिक और अंतिम सप्ताह तक 500 दुकानें खुलेंगी। दिसंबर तक इन दुकानों की संख्या बढ़ाकर सात सौ की जाएगी।
अब राजधानी में ड्राई डे की संख्या 21 होगी, जिन्हें नई नीति के तहत घटाकर कम किया गया था।
20 नई प्रीमियम दुकानें खोली जाएंगी। एक सितंबर को आठ दुकानें खोली जाएंगी। शेष 12 प्रीमियम दुकानें 31 दिसंबर तक खोली जाएंगी।