आखिर क्या है अटरली बटरली के इतना रोने की वजह

आज 50 साल में पहली बार रो रही है अमूल गर्ल : आखिर क्या है अटरली बटरली के इतना रोने की वजह

आखिर क्या है अटरली बटरली के इतना रोने की वजह

Social Media | अमूल गर्ल

Delhi NCR : अमूल गर्ल को दुनियाभर में मशहूर करने वाले एड गुरू सिल्वेस्टर दा कुन्हा के निधन के बाद से हैशटैग #AmulGirl और #SylvesterdaCunha टॉप ट्रेंड कर रहा है। सिल्वेस्टर दा कुन्हा के निधन की जानकारी गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के एमडी जयेन मेहता ने ट्वीट कर दी है। साथ ही सोशल मीडिया पर एक पोस्टर वायरल हो रहा है। जिसमें सफेद-लाल रंग का डॉटेड फ्रॉक पहनी सबकी लाडली 'अटरली-बटरली' अमूल गर्ल (Amul Girl) आज रो रही है। हमेशा सबको हंसाने वाली चुलबुली अमूल गर्ल के आंखों में आज आंसू हैं। आज वो दर्द में हैं, क्योंकि उनके जन्मदाता का साथ छूट गया है।

कौन है सिल्वेस्टर दाकुन्हा
1966 में एड गुरु सिल्वेस्टर दाकुन्हा ने अपनी कल्पना से अमूल की 'अटरली-बटरली' गर्ल को जन्म दिया था। उन्होंने अमूल गर्ल कैंपेन बनाकर ब्रांड को अलग पहचान दिलाई थी।अमूल गर्ल दुनिया में सबसे लंबे समय तक लगातार चलने वाले विज्ञापनों में से एक है। अमूल गर्ल विज्ञापन की शुरुआत 1966 में की गई थी। इस कैंपेन के सफल होने की पीछे की सबसे बड़ी वजह इसके साथ दिया गया वन लाइनर 'अटरली-बटरली अमूल' था। ये एड इतना सफल रहा है कि ये अब अमूल ब्रांड की पहचान बन गई है। अमूल अभियान ने 2016 में 50 साल पूरे किए थे। अब ये पिता अपनी अपनी बेटी अमूल गर्ल का साथ छोड़ दुनिया को अलविदा कह गए।पिता के जाने के गम में आज से चुलबुली अमूल गर्ल रो रही है।

अमूल गर्ल का डिजाइन दुनियाभर में मशहूर
भारतीय एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री के दिग्गज सिल्वेस्टर दा कुन्हा 'दा कुन्हा कम्युनिकेशंस के चेयरमैन थे। सिल्वेस्टर दा कुन्हा ने अपने भाई के साथ मिलकर में दा कुन्हा कम्युनिकेशंस की स्थापना की थी। सिल्वेस्टर दा कुन्हा एक बिजनेसमैन और मार्केटिंग स्पेशलिस्ट भी थे। अमूल की Utterly Butterly गर्ल को इन्होंने डिजाइन कर दुनियाभर में मशहूर कर दिया। उनके परिवार में उनकी पत्नी निशा और बेटे राहुल दाकुन्हा हैं। सिल्वेस्टर दाकुन्हा, दिवंगत गर्सन दाकुन्हा के भाई थे। सिल्वेस्टर के बेटे राहुल ने आज तक इस कैंपेन को जारी रखा है। राहुल पिता का कारोबार तो संभालते ही है, साथ-साथ अपने पिता की विरासत को लेकर चल रहे हैं। अमूल ब्रांड को भारत का बड़ा ब्रांड बनाने में अमूल गर्ल (Amul Girl) का खास रोल रहा है और इस अमूल गर्ल के पीछे सिल्वेस्टर दाकुन्हा का योगदान रहा है।

 GCMMF के एमडी ने किया ट्वीट
GCMMF के एमडी जयेन मेहता ने ट्वीट कर लिखा कि मुंबई में दाकुन्हा कम्युनिकेशंस के अध्यक्ष सिल्वेस्टर के निधन से बहुत दुखी हैं। भारतीय विज्ञापन उद्योग के दिग्गज सिल्वेस्टर दाकुन्हा 1960 के दशक से अमूल से जुड़े थे और उन्होंने 1966 में जीसीएमएमएफ के स्वामित्व वाले ब्रांड Amul के लिए 'अटरली-बटरली' कैंपेन की कल्पना की, जिसने 'अमूल गर्ल' को दुनिया के सामने पेश किया जो आज भी जारी है। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना है।

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