Google Image | Symbloic
New Delhi : देश की राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के आईवीएफ केंद्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एम्स की एक डॉक्टर पर आरोप लगा है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन कर एक महिला को बिना बताए उसके अंडे दो अन्य महिलाओं के गर्भधारण के लिए इस्तेमाल किए। दिल्ली मेडिकल काउंसिल का कहना है कि इस दौरान दोनों महिलाओं को भी इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि उन्हें किसी और महिला के अंडे मिले हैं। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के आदेश के बाद अब राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने भी अपने फैसले में माना है कि इस मामले में आईसीएमआर की गाइडलाइन का उल्लघंन हुआ है। आयोग ने इस संबंध में एम्स के प्रसूति रोग विभाग की प्रोफेसर नीता सिंह को चेतावनी जारी की है। इससे पहले दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने अपने आदेश में डॉक्टर नीता सिंह का लाइसेंस एक महीने के लिए रद्द करने का आदेश दिया था। डॉक्टर नीता ने एनएमसी के सामने इस फैसले पर अपील की थी।